दोनों गांव के लोग एक दूसरे को लहूलुहान करने के लिए करते हैं पत्थरबाजी,पुलिस बनी रहती है मूक दर्शक
ऐसी जनलेवा परंपरा पुराने जमाने से चली आ रही है
चंदौली जनपद के बलुआ थाना क्षेत्र के विशुपुर और महुआरी गांव में एक ऐसी जनलेवा परंपरा पुराने जमाने से चली आ रही है जो कि दोनों गांव के लोगों को एक दूसरे पर पत्थरबाजी कर घायल करने को मजबूर कर देती है।
आपको बता दें कि बलुआ थाना क्षेत्र के विशुपुर तथा महुआरी गांव में नागपंचमी के दिन दोनों गांव के लोग सरहद को बांटने वाले नाले के दोनों तरफ खड़े होकर पत्थरबाजी करते हैं, और इस घटना को पुलिस देखकर मूक दर्शक बनी रहती है। पत्थर बाजी के दौरान दोनों तरफ से लोग लहूलुहान हो जाते हैं। यहां तक कि गंभीर रूप से घायल भी हो जाते हैं लेकिन इस परंपरा के निर्वहन के लिए ग्रामीण पत्थर बाजी करने से पीछे नहीं हटते है।
बताया जाता कि लगभग 50 वर्षों पहले महामारी गांव में फैली थी और कई लोगों की मौत हो गई। इस दौरान किसी महात्मा के कहने पर दोनों गांव के लोग महामारी से बचने के लिए एक दूसरे पर पत्थरबाजी कर लोगों को घायल कर देते है। यह परंपरा दोनों गांव के लोग गांव तथा क्षेत्र में किसी प्रकार की महामारी और अनहोनी न हो इसलिए यह परंपरा आज के वैज्ञानिक युग में भी चली आ रही है।
मंगलवार को भी नागपंचमी के अवसर पर बलुआ थानाध्यक्ष राजीव कुमार सहित पुलिस फोर्स तैनात रहे और उस दौरान दोनों गांव से लोग एक दूसरे पर पत्थर बरसाते रहे।