बियासड़ गांव की महिला ग्राम प्रधान ने CM व मंत्री को लिखी चिट्ठी, महिला शिक्षिका पर लगाए आरोप
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चंदौली जिले के शहाबगंज ब्लाक के बियासड़ गांव में सरकारी जमीन पर कब्जा करने से रोकना प्रधानपति को भारी पड़ा है। अब महिला प्रधान ने ऐसा आरोप लगाया है कि गांव की ही एक महिला शिक्षिका की शिकायत के मामले में नया मोड़ आता दिख रहा है। महिला शिक्षिका की शिकायत पर उसके पति समेत नौ लोगों पर सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने, मारपीट व धमकी देने समेत कई धाराओं में फर्जी केस दर्ज करा दिया है। साथ ही वह खुद सरकारी जमीन पर कब्जा कर रही है।
महिला प्रधान ने पति समेत अन्य लोगों को मुकदमे से बरी कराने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर मांग की है। साथ ही राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी को भी प्रार्थना पत्र देकर न्याय दिलाने की गुहार लगाई।
चकिया कोतवाली क्षेत्र बियासड़ गांव की प्रधान चंदा पांडेय का कहना है कि अराजी नंबर 332 राजस्व अभिलेख में नाली दर्ज है। इसकी खोदाई का कार्य कराने के दौरान गांव की महिला शिक्षिका व उसके परिजनों ने बाधा उत्पन्न की। पंचायत भूमि पर नाबदान का पानी बहाने लगी। प्रधान ने 21 सितंबर को एसडीएम चकिया को पत्र देकर शिकायतकी। इसके बाद भूमि की नापी भी हुई। लेकिन उल्टे आरोपित पक्ष ने प्रधान के पति कृष्णानंद पांडेय समेत नौ लोगों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने, जान से मारने की धमकी देने समेत कई धाराओं में झूठा मुकदमा करा दिया।
महिला प्रधान ने मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत व राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी को पत्रक भेजकर न्याय की गुहार लगाई है।
साथ ही कहा है कि महिला ने तो विदेश में रह रहे युवकों का भी शिकायत में नाम डाला है। पीड़िता के अनुसार फर्जी मुकदमे में गांव के दो युवकों का नाम डाला गया है। दोनों युवक वर्तमान में नीदरलैंड में रह रहे हैं। वहीं दबाव बनाने के लिए 79 साल के बुजुर्गों का भी नाम दर्ज करा दिया गया है। पीड़िता का कहना है कि बार-बार गुहार लगाने के बाद भी पुलिस कोई पहल नहीं कर रही है। न ही कोई मदद कर रही है।
हालांकि इस संबंध में कोतवाल रहमतुल्लाह खां का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही कार्रवाई होगी।