कोरोना काल के दौरान नवरात्रि व्रत में रखें विशेष ध्यान, बाहर निकलने वालें जरूर पढ़े खबर

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show कोरोना संक्रमण के बीच कई प्रमुख त्योहारों की शुरूआत हो चुकी है। नवरात्र, दशहरा, दीपावली इन त्योहारों को अपनें घर-परिवार और समुदाय के बीच मनाने की खास परंपरा रही है लेकिन वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुये अहम सावधानी बरतें और अपने परिवार का ख्याल रखते हुए घर पर ही त्योहार मनाएं। साथ ही पूजा-पंडालों में
 

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कोरोना संक्रमण के बीच कई प्रमुख त्योहारों की शुरूआत हो चुकी है। नवरात्र, दशहरा, दीपावली इन त्योहारों को अपनें घर-परिवार और समुदाय के बीच मनाने की खास परंपरा रही है लेकिन वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुये अहम सावधानी बरतें और अपने परिवार का ख्याल रखते हुए घर पर ही त्योहार मनाएं।

साथ ही पूजा-पंडालों में न जाकर घर पर ही पूजा-पाठ को प्राथमिकता दें। बुजुर्ग, गर्भवती और बच्चों को खास तौर पर भीड़भाड़ वाले स्थानों जैसे मंदिर, पंडाल और मेला आदि में शामिल होने से बचना चाहिए ।


मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आर के मिश्रा ने कहा कि बाहर से आने वाली वस्तुएं न जाने कितने हाथों से होकर घर तक पहुंचती हैं, ऐसे में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है इसलिए ‘जब तक दवाई नहीं तब तक कोई ढिलाई नहीं’ संदेश को आत्मसात के साथ पालन करना चाहिए । कोविड-19 से बचाव के लिए सावधानी बेहद जरूरी है।

कमलापति त्रिपाठी जिला संयुक्त चिकित्सालय डॉ एन के सिंह ने कहा कि मिठाइयों और पकवानों के लिए प्रसिद्ध इन त्योहारों पर इस बार बाहर की बनी वस्तुओं पर निर्भर रहना ठीक नहीं, जितना संभव हो सके। फलाहार, व्यंजनघर पर बनाएं, व्रत हर कोई अपने तरीके से करता है । कुछ लोग निर्जला रखते हैं कुछ फलाहार । व्रत रखने के लिए इस बात का ध्यान रखना बेहद जरूरी है कि आपकी सेहत कैसी है । व्रत रखनें में जरा सी भी तकलीफ हो तो थोड़ा बहुत खाने-पीने वाला व्रत रखें और हर घंटे कुछ न कुछ खा सकते हैं । इसके अलावा अगर किसी भी व्रत रखनें से किसी भी तरह की समस्या हो तो उन्हें व्रत रखने से बचना चाहिेए।

डॉ सिंह ने कहा कि एनीमिक (खून की कमी) और बीमार लोगों को व्रत रखने से परहेज़ करना चाहिए अगर फिर भी आप व्रत रखना चाहते हैं कुछ बातों का खास ध्यान रखना बहुत जरूरी है । जैसे कि लगातार तीन या चार घंटे तक भूखा रहने से बचें। हर घंटे पर कुछ न कुछ खाएं। एक साथ ज्यादा भोजन करने से बचें साथ ही तरल पेय दिन में पांच से छह बार लें जरूर लें। रात को व्रत खोलने के तुरंत बाद बिल्कुल न सोएं, क्योंकि इससे ह्रदय पर खतरनाक असर पड़ता है । बीच-बीच में ड्राई फ्रूट्स खाते रहें। डॉ सिंह ने कहा कि धीरे-धीरे जन जीवन सामान्य हो रहा हैं । सतर्क रह कर दशहरा और दीपावली त्योहारों पर बाजार जाना चाहिए सार्वजानिक स्थान, भीड़-भाड़ वाली जगह में जाने से बचना चाहिए । सेनेटाइजर साथ में रखें किसी भी वस्तु को छूने के बाद जरूर प्रयोग करें । किसी से हाथ न मिलाएं अपनी आंखों, नाक और मुंह को बार-बार न छुएं । सार्वजनिक स्थानों पर न थूकें । जब भी बाहर जाएं मास्क जरूर लगाएं |

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धानापुर की महिला चिकित्सा अधिकारी डॉ अमृता ने कहा कि गर्भवती महिलाएं कोरोना काल में नवरात्र के सभी व्रत रखने से परहेज करना चाहिए। डॉक्टर की सलाह जरूर लें । इन दिनों में गर्भवती महिलाओं को बिलकुल भूखा नहीं रहना चाहिए, क्योंकि इससे बच्चे की सेहत पर असर पड़ता है । अगर व्रत रखना ही है तो फलों का सेवन ज्यादा करें और हर घंटे कुछ न कुछ खाती रहें । इस दौरान बादाम और अन्य ड्राई फ्रूट्स भी खा सकती हैं ताकि होने वाले बच्चे की सेहत पर कोई फर्क न पड़े।

डॉ अमृता ने कहा कि मधुमेह मरीज-व्रत बिल्कुल न रहें अगर करना तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें मधुमेह से पीड़ित लोगों को लंबे व्रत के लिए मधुमेह के रोगियों को कोविड दौरान डॉक्टर की सलाह लेकर ही डाइट प्लान बनाना चाहिए ताकि वह व्रत भी कर सकें और उनकी सेहत पर गलत असर भी न पड़े।