डीपी सिंह के पुस्तक समरस समाज और नागपंथ का मुख्यमंत्री ने किया है विमोचन
 

इसकी सराहना उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने की और कहा कि नाथ पंथ को इस पुस्तक में बहुत ही अच्छे पिरोने का काम किया गया है।
 

हिंदुस्तानी एकेडमी के सचिव ने लिखी है पुस्तक

मुख्यमंत्री ने विमोचन करके की है तारीफ

हिंदी दिवस पर हुआ विमोचन

चंदौली जिले के चकिया सोनहुल  निवासी देवेंद्र प्रताप सिंह के पुस्तक का विमोचन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय गोष्टी के दौरान किया गया । जिसकी खबर मिलते ही जनपदवासी में खुशी का माहौल छा गया।

बता दें कि चकिया के सोनहुल गांव के निवासी दुर्गा सिंह के पुत्र देवेंद्र प्रताप सिंह द्वारा चकिया राजकीय  इंटर कॉलेज में शिक्षा ग्रहण करने के बाद काशी हिंदू विश्वविद्यालय से बीएससी में ऑनर्स डिग्री तथा पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त कर लोक सेवा आयोग में चयन होने के बाद  प्रयागराज  सहित कई जिलों में सेवा प्रदान की। उसके बाद उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक के पद पर नियुक्त  हुए हैं।

साथ ही में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हिंदुस्तानी एकेडमी उत्तर प्रदेश प्रयागराज के सचिव  का जिम्मा दिया गया है,  जिसमें लगातार मेहनत के बाद श्री सिंह द्वारा नाथ संप्रदाय पर अपने सहयोगी अरुण कुमार त्रिपाठी के साथ मिलकर समरस समाज और नाथ पंथ पुस्तक का संपादकीय की गई ।  जिसकी संरचना 285 पेज में तैयार हुई और जब पुस्तक पूर्ण रूप से तैयार हुई तो इसका विमोचन  दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय एवं हिंदुस्तानी एकेडमी  उत्तर प्रदेश प्रयागराज (भाषा विभाग उत्तर प्रदेश शासन के नियंत्रणाधीन) के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय गोष्ठी के दौरान हिन्दी दिवस पर किया गया। इस पुस्तक का विमोचन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कर कमल से किया गया है।


इसकी सराहना उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने की और कहा कि नाथ पंथ को इस पुस्तक में बहुत ही अच्छे पिरोने का काम किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि समरस समाज और नाथ पंथ जैसा नाम है, वैसे ही इस पुस्तक में नाथ पंथ संप्रदाय के कार्यों का सचित्र वर्णन किया गया है ।

इसकी सूचना जैसे ही जनपद वासियों की हुई तो उनमें एक खुशी का माहौल देखने को मिला। जनपद वासियों ने इस खुशी का इजहार लोगों को मिठाईयां खिलाकर की।