अब आज से आपके घर आएंगे ड्राइविंग लाइसेंस, की मैनेजमेंट सिस्टम की खामी हुयी दूर

स्मार्ट कार्ड डीएल डाक से आवेदकों के घरों पर भेजे जाते हैं, ऐसे में डिलीवरी रुकी होने से असुविधाएं हो रही थीं। सोमवार को लंबित डीएल का ब्यौरा तलब किया गया।
 

केएमएस में गड़बड़ी के चलते रिकॉर्ड नहीं हो रहे थे दर्ज

महीने भर से रुकी थी सवा लाख ड्राइविंग लाइसेंसों की डिलीवरी

की मैनेजमेंट सिस्टम को दुरुस्त करने के बाद सेवाएं शुरू

उत्तर प्रदेश में आवेदकों के लंबित पड़े सवा लाख ड्राइविंग लाइसेंसों की डिलीवरी मंगलवार से शुरू होने जा रही है। ये डीएल 31 मई के पहले से की मैनेजमेंट सिस्टम (केएमएस) में गड़बड़ी के चलते लंबित पड़े थे। अब इनको वाहन चालकों को उपलब्ध कराए जाएंगे।

आपको बता दें कि परिवहन निगम मुख्यालय पर करीब एक लाख 27 हजार ड्राइविंग लाइसेंस साफ्टवेयर के केएमएस में गड़बड़ी से लटके थे। लगभग सवा लाख ड्राइविंग लाइसेंसों की डिलीवरी बीच में अटकने से लोगों परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। कीएमएस में उनका ब्यौरा दर्ज नहीं हो पा रहा था। इसके चलते महीने भर तक डिलीवरी रुकी थी।

स्मार्ट कार्ड डीएल डाक से आवेदकों के घरों पर भेजे जाते हैं, ऐसे में डिलीवरी रुकी होने से असुविधाएं हो रही थीं। सोमवार को लंबित डीएल का ब्यौरा तलब किया गया। कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर केएमएस कराने के निर्देश दिए गए हैं।

इस संबंध में परिवहन विभाग के अफसरों ने बताया कि एनआईसी के जरिए केएमएस सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी दूर कर ली गई है। डीएल की पेंडेंसी दस दिनों में खत्म कर ली जाएगी। इस संबंध में कार्यदायी संस्था को भी डीएल की डाक से डिलीवरी तेजी से करने के निर्देश दिए गए हैं। इससे आवेदकों के पते पर हफ्तेभर के अंदर डीएल पहुंच जाएंगे। सबसे ज्यादा लंबित डीएल लखनऊ के पेंडिंग है। यहां 22 हजार लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस घर भेजने हैं।