ससुर ने बहू का कन्यादान करके निभाया पिता का फर्ज

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चन्दौली जिले में दो साल पहले हुयी बेटे की मौत के बाद बहू का कन्यादान कर ससुर ने पिता का धर्म अपनाते हुए समाज को सराहनीय संदेश देने का काम किया। इससे बहू अर्चना साहू को दो दो पिता का आर्शीवाद मिलने पर काफी खुश दिख रही है।समाज भी ससुर संगम लाल साहू के इस
 

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चन्दौली जिले में दो साल पहले हुयी बेटे की मौत के बाद बहू का कन्यादान कर ससुर ने पिता का धर्म अपनाते हुए समाज को सराहनीय संदेश देने का काम किया। इससे बहू अर्चना साहू को दो दो पिता का आर्शीवाद मिलने पर काफी खुश दिख रही है।समाज भी ससुर संगम लाल साहू के इस कार्य की काफी सराहना कर रहा है।

वाराणसी के अशोक बिहार कालोनी पहड़िया निवासी संगम लाल साहू के दो पुत्र बड़ा रविप्रकाश साहू व जनमेजय साहू चंदौली के कमालपुर सब डिवीजन में एसडीओ के पद पर वर्तमान में कार्यरत है।बीते 29 अप्रैल 2016 को बड़ा पुत्र रविप्रकाश साहू की शादी नैनी इलाहाबाद के चंद्रा साहू की पुत्री अर्चना साहू के साथ हुई थी। शादी के बाद दम्पत्ति को कोई संतान होने से पूर्व नवम्बर 2017 में रविप्रकाश साहू की हार्ट अटैक से मौत हो गई।इससे घर पर बहु अर्चना साहू अकेले रहने लगी।

ससुर संगम लाल साहू ने पिता का फर्ज अदा करते हुए अपनी बहू अर्चना का मुकेरी बाजार मिर्जापुर के शंकर लाल साहू के पुत्र मनीष साहू से धूमधाम से कर दिया।इससे समाज ससुर के ऐतिहासिक कार्य की भूरी भूरी प्रशंसा कर रहे है।आज समाज मे बेटे की मौत के बाद बहु को घर से निकाल दिया जा रहा है।वही बहु को अकेले अपने पति के मौत के दर्द को सहने के लिए छोड़ दिया जा रहा है।

बावजूद संगम साहू ने बहु को नया घर दिलवाकर पिता का फर्ज अदाकर समाज मे मिसाल कायम करने का काम किया।इससे समाज को सीख लेने की जरूरत है।बहुओं को बेटी समझकर उसको खुशी देना ही सामाजिकता को दर्शाने का काम होगा।इस मौके पर दोनों परिवार के नाते रिश्तेदार काफी संख्या में मौजूद रहे।