तालाब खोदवा करिए ऐसे करिए मछली पालन, पाइए 40 फीसदी अनुदान, अंतिम तिथि 21 नवंबर तक

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली जिले में किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार तमाम तरह के जतन कर रही है और इसके लिए मत्स्य पालन पर अब 40 फीसदी का अनुदान देने जा रही है, जिसका लाभ लेकर लोग इस कार्य को अपनी आजीविका व रोजगार का साधन तैयार कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि
 

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चंदौली जिले में किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार तमाम तरह के जतन कर रही है और इसके लिए मत्स्य पालन पर अब 40 फीसदी का अनुदान देने जा रही है, जिसका लाभ लेकर लोग इस कार्य को अपनी आजीविका व रोजगार का साधन तैयार कर सकते हैं।

बताया जा रहा है कि इसके लिए काश्तकारों को अपनी जमीन में तालाब खोदवाना होगा। इसमें मत्स्य पालन करने पर इकाई लागत का 40 फीसदी सरकार काश्तकार को लौटाएगी। योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जिसके जरिए इच्छुक लोग लाभान्वित हो सकते हैं।

केंद्र सरकार ने किसानों व मत्स्य पालकों के हित में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना शुरू की है। इसके तहत काश्तकार अपनी निजी जमीन में तालाब की खोदाई करा सकते हैं। प्रति हेक्टेयर 8.50 लाख लागत वाली मत्स्य पालन इकाई स्थापित की जा सकती है।

बताया जा रहा है कि आवेदक के पास दो हेक्टेयर भूमि होनी चाहिए। इससे कम भूमि होने पर योजना के लिए पात्र नहीं होंगे। तालाब की खोदाई व मत्स्य पालन में आने वाली इकाई लागत का 40 फीसदी अनुदान के रूप में सरकार लौटाएगी।

दरअसल, प्राकृतिक जलस्त्रोतों का अस्तित्व दिनोंदिन समाप्त होने से भूजल स्तर घटता जा रहा है। ऐसे में सरकार ने पहल की है। इससे अधिक से अधिक तालाबों की खोदाई का लक्ष्य पूरा होगा। वहीं खेती के साथ मत्स्य पालन से किसानों की आय भी बढ़ेगी। उन्हें नियमित आमदनी का जरिया मिल जाएगा। मछली का निर्यात यदि बाहर होने लगा तो काश्तकार मालामाल हो जाएंगे।

सहायक निदेशक मत्स्य विश्वनाथ सिंह ने बताया कि योजना के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 21 नवंबर है। इच्छुक अभ्यर्थी विभाग की वेबसाइट पर आवेदन कर दें। पात्र पाए जाने पर योजना का लाभ मिलेगा।