ऐसे बनवाएं प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत गोल्डन कार्ड, हर गांव के लिए 200 का लक्ष्य
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प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाने के लिए एक नवम्बर से अभियान चलाया जाएगा। जिले में अभी तक एक भी गोल्डन कार्ड नहीं बनने वाले गांवों के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से काइक्रो प्लान तैयार किया जा चुका है। अभियान में चिह्नित करीब 200 गांवों में प्रत्येक लाभार्थी परिवार के गोल्डन कार्ड बनाए जाएंगे। इसके लिए अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने पत्र जारी किया है।
डीएम नवनीत सिंह चहल ने कहा जिले के 200 गांवों में एक नवंबर से विशेष अभियान के तहत जन सेवा केन्द्रों के माध्यम से गोल्डेन कार्ड बनाए जाएंगे। इसकी मदद से लाभार्थी परिवार को पांच लाख रुपये तक इलाज की सुविधा दी जा रही है।
आयुष्मान भारत के लाभार्थी जन सेवा केंद्र व चिकित्सालय में जाकर 30 रुपये देकर गोल्डन कार्ड बनवा सकते हैं। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आर के मिश्रा ने बताया कि जनपद में लगभग 200 से भी ज्यादा गांवों में एक भी गोल्डन कार्ड नहीं बना है। यहां 1200 से भी अधिक परिवारों को चिह्नित किया गया है। इसमें छह हजार से ज्यादा लाभार्थी के कार्ड बनाये जाने हैं। जनपद में अब तक 11,500 से भी अधिक लाभार्थियों को योजना का लाभ दिया जा चुका है।
डिप्टी सीएमओ एवं योजना के नोडल अधिकारी डा. एनके प्रसाद ने बताया कि माइक्रो प्लान के तहत जनपद के सभी नौ ब्लॉक में शिविर के माध्यम से गोल्डन कार्ड बनाए जाएंगे। समस्त ब्लाक के प्रभारी चिकित्साधिकारियों को लाभार्थियों की सूची प्रदान की गई है। आशा सूची से मिलान कर लाभार्थियों को कार्ड बनाने के लिए सूचित कर करेंगी।
एक नवंबर को आशाओं के जरिए गोल्डन कार्ड बनाए जाने पर उनको प्रति कार्ड 10 रुपये प्रोत्साहन राशि के तौर पर दिए जाएंगे।