रोजाना 30 मिनट तक धूप का करें सेवन, मजबूत हड्डियों के लिए जॉगिंग है जरूरी

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली। हड्डियाँ प्रत्येक मनुष्य के आधारभूत ढांचे का निर्माण करती हैं। वे विभिन्न अंगों को सहारा और सुरक्षा प्रदान करने के साथ शरीर को आकार और गतिशीलता देती हैं। वे शरीर के लिए महत्वपूर्ण खनिजों का भंडारण करती हैं और रक्त निर्माण भी करती हैं। डॉ. कौशल अग्रवाल ने बताया कि प्रतिदिन पर्याप्त विटामिन डी,
 

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चंदौली। हड्डियाँ प्रत्येक मनुष्य के आधारभूत ढांचे का निर्माण करती हैं। वे विभिन्न अंगों को सहारा और सुरक्षा प्रदान करने के साथ शरीर को आकार और गतिशीलता देती हैं। वे शरीर के लिए महत्वपूर्ण खनिजों का भंडारण करती हैं और रक्त निर्माण भी करती हैं।

डॉ. कौशल अग्रवाल ने बताया कि प्रतिदिन पर्याप्त विटामिन डी, प्रोटीन युक्त पदार्थ व पर्याप्त कैल्शियम का सेवन करने, मांसपेशियों को मजबूत बनाने वाले दैनिक व्यायाम व शारीरिक गतिविधियाँ करने और प्रसन्नचित्त रहने से हड्डियां स्वस्थ रहती हैं।

कमजोर हड्डियों की स्थिति को ऑस्टियोपोरोसिस कहते हैं। अपर्याप्त मात्रा में कैल्शियम, विटामिन डी व प्रोटीन का सेवन करने, व्यायाम और शारीरिक गतिविधियों की कमी, मादक पदार्थों का सेवन व दुखी मानसिक स्थिति के कारण हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। वृद्धावस्था, आनुवंशिक समस्याएं व कुछ जटिल बीमारियों भी ऑस्टियोपोरोसिस को बढ़ाती हैं व उनपर नियंत्रण कठिन होता है। इस अवस्था में व्यक्ति को थोड़ा-बहुत दर्द, शारीरिक कमजोरी, सुस्ती, मानसिक अवसाद और हल्की चोट से कलाई व चूल्हे के फ्रैक्चर जैसी समस्याएं हो सकती हैं। बच्चों में मांसपेशियों में दर्द, ऐंठन और कमजोरी, धीमा शारीरिक विकास, मानसिक उत्तेजना व चिड़चिड़ापन देखा जाता है।

कोरोना महामारी से उत्पन्न वर्तमान ‘नई सामान्य’ स्थिति ने बहुत सारे लोगों को घरों के अंदर रहने के लिए मजबूर कर दिया है। इसके परिणामस्वरूप बिलकुल कम शारीरिक गतिविधियों के साथ असंतुलित आहार और मानसिक अवसाद की बहुतायत हो गई है जिससे ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ गया है।

हड्डियों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए कुछ आसान उपायों को दैनिक गतिविधियों में जोड़ा जा सकता है….

कैल्शियम, प्रोटीन व विटामिन डी से भरपूर डेयरी उत्पादों जैसे आहार लें।
रोजाना कम से कम 30 मिनट तक धूप का सेवन करें।
डांस और जॉगिंग जैसी शारीरिक गतिविधियां खूब करें।
तंबाकू, शराब और ड्रग्स से बचें।
मोटापा को नियंत्रण में रखें।
गिरने व फ्रैक्चर से बचें।
सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ प्रसन्नचित रहें।
परिवार व दोस्तों के साथ संपर्क में रहें।
किसी भी अनहोनी से बचाव के लिए चिकित्सक से संपर्क रहें।