चंदौली जिले के 81 हजार लोगों पर 570 करोड़ बिजली का बिल बकाया

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show हमारे प्रदेश में एक ओर बिजली विभाग लगातार बकाया बिजली के बिल की वसूली के लिए अभियान चला रहा है तो वहीं दूसरी ओर सरकारी विभागों पर बिजली विभाग का करोड़ों का बिल बकाया है, जिससे वसूली का आंकड़ा तेजी से बढ़ नहीं पा रहा है। अगर आंकड़ों पर गौर करें तो जिले में सरकारी
 

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हमारे प्रदेश में एक ओर बिजली विभाग लगातार बकाया बिजली के बिल की वसूली के लिए अभियान चला रहा है तो वहीं दूसरी ओर सरकारी विभागों पर बिजली विभाग का करोड़ों का बिल बकाया है, जिससे वसूली का आंकड़ा तेजी से बढ़ नहीं पा रहा है।

अगर आंकड़ों पर गौर करें तो जिले में सरकारी व गैर सरकारी मिलाकर 81057 उपभोक्ताओं पर 570 करोड़ 11 लाख रुपये बिजली का बिल बकाया है। बिजली बिल के बकाएदारों में शिक्षा, स्वास्थ्य और जिला प्रशासन के कई विभाग शामिल हैं जिन पर करोड़ों रुपये बाकी है।

सरकारी विभागों के अधिकारियों का कहना है कि जब तक शासन से इसके लिए धन नहीं मिल जाता वह कैसे असका भुगतान करेंगे। धन मिलने के बाद ही वे बकाए बिल को जमा कर सकते हैं।

चंदौली उपकेंद्र से जुड़े सरकारी दफ्तरों पर वर्षों से चल रहा बिजली का बकाया बिल बढ़कर 243.66 करोड़ रुपये हो गया है। इन सरकारी कार्यालयों व विभागों में कलेक्ट्रेट सहित कई पर लाखों रुपये का बिल बकाया है। बिजली बिल का सबसे ज्यादा बकाया स्वास्थ्य विभाग पर है जो बढ़कर 20 लाख रुपये से अधिक हो गया है। इसके अलावा कलक्ट्रेट पर 1.25 लाख व विकास भवन पर भी 1.50 लाख रुपये बिजली का बिल बकाया है। यहां सरकारी बकाएदारों में प्रारंभिक शिक्षा विभाग पर 356.93 व माध्यमिक शिक्षा पर 292.05 लाख रुपये बिजली का बिल बकाया है। इसके अलावा कृषि विभाग पर 15.66, चिकित्सा व शिक्षा विभाग पर 15.04, सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग पर 183 व राजस्व विभाग पर 9.57 लाख रुपये बिजली का बिल बाकी है।

इसके साथ ही साथ मुगलसराय विद्युत वितरण खंड से जुड़े सरकारी कार्यालयों में जलनिगम पर 70 लाख व लोक निर्माण विभाग पर लगभग तीन लाख रुपये बिजली का बिल देय है। इस उपकेंद्र पर कुल 37 करोड़ रुपये बिजली बिल के बकाएदार हैं।

अगर जिले के सकलडीहा विद्युत उपकेंद्र से जुड़े उपभोक्ताओं पर बिजली का सबसे ज्यादा 289. 54 करोड़ बिल बकाया है।