100 दिव्यांग बच्चों के लिए आवासीय विद्यालय तैयार, ऐसे बच्चों को पढ़ने का मिलेगा मौका
धरहरा गांव में तैयार हो गया है आवासीय विद्यालय
नवीन ममता राजकीय मानसिक मंदित आवासीय विद्यालय
6 वर्ष के ऊपर के 100 दिव्यांग बच्चों का नए सत्र से होगा दाखिला
चंदौली जिले के सकलडीहा के धरहरा गांव में नवीन ममता राजकीय मानसिक मंदित आवासीय विद्यालय बनकर तैयार हो गया है । यहां 100 दिव्यांग बच्चों को शिक्षण और प्रशिक्षण की विशेष सुविधा मिलेगी। तीन हजार वर्गमीटर में बने आवासीय विद्यालय में छह वर्ष की उम्र के ऊपर के निराश्रित दिव्यांग बच्चों का दाखिला नए सत्र से होगा।
इस सम्बन्ध में जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी राजेश नायक ने बताया कि धरहरा गांव में बने नवीन ममता राजकीय मानसिक मंदित आवासीय विद्यालय पहला आवासीय है। यहां छह वर्ष की उम्र के ऊपर के दिव्यांग बच्चे रखे जाएंगे, जो बिल्कुल निराश्रित होंगे। ऐसे दिव्यांग बच्चों के लिए सामान्य जीवन यापन करना कठिन होता है। समिति बाल कल्याण जिलाधिकारी, जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग के निदेशक व राज्य बाल संरक्षक इकाई की अनुशंसा पर ही इस विद्यालय में 100 बच्चों का प्रवेश होगा।
इसके तहत स्वपरायणता (ऑटिज्म), प्रमष्तिक अंगघात (सेरेब्रेल पल्सी), मानसिक मंदता (मेंटल रिटार्डेशन) व बहु विकलांगता (मल्टीपल डिसेबिलिटी) से ग्रसित बच्चे ही चयनित होंगे। इनके रहन सहन, खान-पान, वस्त्र, बिस्तर व दवा के लिए विभाग में प्रति बच्चे दो हजार रुपए प्रति माह के बजट का प्रविधान है। जिसका बच्चों को लाभ मिलेगा।
जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी ने बताया कि विद्यालय का भवन तो बनकर तैयार है, लेकिन अभी तक कार्यदायी संस्था की ओर से विभाग को सुपुर्द नहीं किया गया है, जैसे ही इसे हैंडओवर किया जाएगा। इसमें प्रवेश की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।