गंगा के जलस्तर में हो रही वृद्धि, तटवर्ती गांव के किसानों में चिंता की लकीरें
चंदौली जिले में मौसम परिवर्तन व पहाड़ी इलाकों में बादल फटने से एवं हो रही लगातार बारिश के चलते गंगा नदी में जलस्तर अप्रत्याशित वृद्धि से पुनः एक बार फिर गंगा तटवर्ती इलाकों के लोगों में बैचैनी बढ़ने लगी हैं।
आप को बता दें कि पानी के बढ़ते जलस्तर से गंगा के तटवर्ती क्षेत्र भूपौली, डेरवा, महड़ौरा, कावर, पकड़ी, महुअरीया, विशापुर, महुआरी, सराय, बलुआ, महुअर जुड़ा हरधन, गंगापुर, पुराविजयी, पुरागनेश, सोनवरसा, टांडा कला, महमदपुर, सरौली, जमालपुर, बड़गांवा, शेरपुर, सरैया, हसनपुर, तिरगाव,भूसौला, मकुंन्दपुर,नादी,निधौरा, सहेपुर, सहित दर्जनों गांव बाढ़ ग्रस्त हैं । जहां गंगा के बढ़ते जलस्तर से गंगा कटान के चलते सैकड़ों एकड़ भूमि गंगा नदी में समाहित हो चुकी है।
गांव के विजय नारायण पांडेय, राजमणि पांडेय, मदन यादव, रमाकांत पांडेय, श्याम नारायण पांडेय आदि ग्रामीणों ने बताया कि जिसे तीव्र गति से गंगा के जलस्तर में वृद्धि हो रही है यदि ऐसी ही वृद्धि होती रही तो जल्द ही खेतों में पानी पहुंचने की आशंका बन रही है भारी नुकसान होगा।