चकिया पुलिस ने 24 घंटे में कर दिया चोरी का खुलासा, 3 नाबालिगों के साथ शातिर चोर अरेस्ट
चकिया कोतवाली क्षेत्र के भटवारा गांव का मामला
जानिए कैसे चोरी का बना था प्लान
कैसे पकड़े सभी शातिर चोर
चंदौली जिले की चकिया कोतवाली क्षेत्र अन्तर्गत चोरों द्वारा की गयी वारदात को चकिया पुलिस ने 24 घण्टे के अन्दर खोल दिया है और घटना का सफल अनावरण करते हुए 1 अभियुक्त व 3 बाल अपचारियों को चोरी के सामान के साथ पकड़ लिया है। इनके द्वारा चोरी किये हुए आभूषणों कीअनुमानित कीमत 2 लाख रुपए बतायी जा रही है।
जिले के पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे के निर्देशन में अपराध एवं अपराधियों पर नियन्त्रण, वांछितों व वारंटी अभियुक्तों के गिरफ्तारी हेतु चलाये जा रहे अभियान के क्रम में क्षेत्राधिकारी चकिया आशुतोष के पर्यवेक्षण में थानाध्यक्ष अतुल कुमार द्वारा गठित टीम ने दिनांक 13 जुलाई 2024 को थाना चकिया पर पंजीकृत मुकदमा अपराध संख्या 116/2024 धारा 331/305/317 बीएनएस से संबंधित चोरी हुए गहनों को दिनांक 14 जुलाई 2024 को बरामद करके घटना का सफल अनावरण किया है।
पुलिस ने दुलहिया माता मन्दिर के पास, भटवारा कला गांव से चोरों को पकड़कर बरामदगी करते हुए 1 मुख्य अभियुक्त और 3 नाबालिग चोरों को पकड़ा है। पकड़ा गया चोर अनिल कुमार पुत्र स्व. मुरारी हरिजन है, जो सोनहुल थाना चकिया का रहने वाला है।
बताया जा रहा है कि इनके पास से एक नथिया पीली धातु, एक जोड़ी झाला पीली धातु, एक सिकड़ी पीली धातु , एक गोल्डेन लेडीज घड़ी सोनाटा, एक मांग टीका पीली धातु के साथ गिरफ्तार कर अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।
बताया जा रहा है कि इन सभी ने मिलकर 13 जुलाई को प्रभुदयाल सिंह पुत्र स्व. अमरदेव सिंह निवासी ग्राम भटवारा खुर्द के यहां चोरी की थी, जब वह अपने पुत्र के इलाज हेतु बनारस चले गए थे। इसके बाद चकिया कोतवाली में मुकदमा अपराध संख्या 116/2024 धारा 331/305/317 बीएनएस में अभियोग पंजीकृत किया गया।
पूछताछ करने पर अभियुक्तों व बाल अपचारीगण द्वारा बताया गया कि हम लोग सामूहिक रूप से मिलकर दिनांक 13 जुलाई को दोपहर के समय प्रभुदयाल सिंह जो मेरे गांव भटवारा खुर्द थाना चकिया चन्दौली के रहने वाले है, उनके घर मे घुसकर हम सभी लोग मिलकर उनके लाकर को तोड़कर एक मांग टीका पीली धातु, एक नथिया पीली धातु, एक जोड़ी झाला पीला धातु , एक सिकड़ी पीली धातु व एक सोनाटा कम्पनी की घड़ी गोल्डेन कलर की चोरी किये थे तथा चोरी का पूरा सामान दुलहिया माता मन्दिर के पास पहाड़ी के किनारे छिपा दिया था।
इनको पकड़ने वाली पुलिस टीम में कोतवाल अतुल कुमार के साथ उपनिरीक्षक अवधेश यादव, गिरीशचन्द्र राय और हेडकांस्टेबल जलभरत यादव, दीपचन्द्र गिरी, रमेश कुमार शामिल थे।