डॉ आंबेडकर की जयंती की पूर्व संध्या पर आयोजन, विकास खण्ड कार्यालय परिसर में हुयी गोष्ठी
सामाजिक समरसता के पुरोधा थे बाबा साहब
डॉ भीम राव अम्बेडकर के कार्यों पर चर्चा
दलित चिंतक लालबिहारी शास्त्री ने रखे अपने विचार
चंदौली जिले के शहाबगंज इलाके में भारत रत्न बाबा साहब डॉ भीम राव अम्बेडकर की जयंती की पूर्व संध्या पर शनिवार को विकास खण्ड कार्यालय परिसर में गोष्ठी का आयोजन किया गया । जिसमें उपस्थित लोगों ने उनके तैलीय चित्र पर माल्यार्पण कर बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के द्वारा भारत के संविधान निर्माण में एवं समाज के शोषित वंचित व दलित वर्ग के उद्धार किए गए महत्वपूर्ण योगदान तथा भारतीय समाज में व्याप्त जातिगत असमानता,अस्पृश्यता आदि सामाजिक बुराइयों के विरुद्ध चलाए गए देशव्यापी आंदोलन आदि विषयों पर गंभीरता पूर्वक विचार विमर्श किया गया।
इस दौरान बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के द्वारा बताए गए विचारों पर चलते हुए हर भारतवासी के जीवन स्तर आर्थिक,सामाजिक, शैक्षिक,राजनीतिक स्तर के सुधार हेतु हर संभव प्रयास करने का संकल्प लिया। इस दौरान समाजसेवी व दलित चिंतक लालबिहारी शास्त्री ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर सामाजिक समरसता के पुरोधा थे।
लाल बिहारी शास्त्री ने कहा कि भारतीय संविधान के शिल्पकार महान विधिवेत्ता एवं सामाजिक न्याय एवं सर्वसमावेशी समाज के पैरोपकार के रूप में बाबा साहब के योगदानों को देश सदैव याद रखेगा। उनके दूरदर्शी दृष्टिकोण से निर्मित संविधान की छत्रछाया में भिन्न-भिन्न बोली, प्रान्त, संस्कृति, खान- पान, जाति, धर्म, सम्प्रदाय जैसी विविधताओं से भरा हुआ 140 करोड़ की जनसंख्या वाला देश भारत इतनी सरलता से संचालित हो रहा है। उन्हीं के आर्थिक सिद्धांतों पर आज भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
कार्यक्रम में मौजूद सपा के विधानसभा अध्यक्ष प्रभु नारायण यादव ने कहा कि अम्बेडकर ने हमेशा स्त्री-पुरुष समानता का व्यापक समर्थन किया। संवैधानिक दर्जा प्रदान करवाने के गम्भीर प्रयास किए। अम्बेडकर के सामाजिक चिन्तन में अस्पृश्यों, दलितों तथा शोषित वर्ग के उत्थान के लिए काफी दर्शन झलकता है। ग्राम प्रधान बदरूद्वजा अंसारी ने कहा कि डॉक्टर अंबेडकर ने सभी के लिए समान शिक्षा के अवसरों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी की पहचान ज्ञान से होती है। फिर चाहे उनकी जाति,धर्म, या आर्थिक स्थिति कुछ भी हो।शिक्षा एक ऐसा साधन है। जो लोगों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक बनाता है।
इस अवसर पर मुख्य रूप से विनोद सिंह, थाना प्रभारी मिर्जा रिजवान बेग, उपनिरीक्षक रामचन्द्र शाही, राजेश सिंह, रामसूचित द्विवेदी, चन्द्रभान सिंह, सजाउद्दीन प्रधान, नित्यानंद खरवार प्रधान, चन्द्रभान सिंह, मिथिलेश, फ़िरोज, लक्षमण राम, सुधाकर, अजय भारती, देवानंद महर्षि, भुपेन्द्र वर्मा, अभिषेक वर्मा, जितेंद्र कुमार, रामाश्रय, सतीश, सुरेश यादव, तस्लीम अहमद, रोहित, सतीश, शुभम, राजेश आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन समाजसेवी रतीश कुमार ने किया।