लतीफशाह बांध से गिरने लगा है साढे 9 फीट पानी, कर्मनाशा नदी भी पूरे उफान पर
सुरक्षा की दृष्टि से बांध पर भारी पुलिस और पीएसी का पहरा
काफी दूर से ही रोके जाने से निराश होकर लौट रहे सैलानी
बाढ़ में झरने के रोमांच के दीदार से हो रहे वंचित
जानिए कहां से कितना छोड़ा जा रहा है पानी
चंदौली जिला के चकिया क्षेत्र के मुसाखांड बांध से लगातार पानी लतीफ शाहबाद को छोड़ा जा रहा है। दिन में बांध से 44400 छोड़ा गया था लेकिन शाम को बारिश बंद होने के कारण कुछ पानी रोका जा रहा है। शाम 6 बजे से 40 हजार क्यूसेक पानी मुसाखांड बांध को छोड़ा जा रहा है। इसी प्रकार नौगढ़ बांध से 26 हजार क्यूसेक,नगवां बांध से 30 हजार, मुजफ्फरपुर बियर से 34 सौ क्यूसेक पानी रिलीज हो रहा है।
जबकि लतीफशाह बीयर के ऊपर से 55 हजार क्यूसेक पानी कर्मनाशा नदी में लगातार गिर रहा है। बीयर के ऊपर से लगभग साढे नौ फीट पानी गिरने से कर्मनाशा नदी उफनने लगी है। खतरे की दृष्टिगत बांंध के दोनों तरफ लगभग 200 मीटर की दूरी पर ही बैरिकेडिंग लगाकर आने जाने वालों को रोक दिया गया है। तथा भारी पुलिस तथा पीएसी की ड्यूटी तैनात कर दी गई है। जिससे प्रकृति मनोरम छटा को देखने के लिए आने वाले सैलानी दिनभर निराश होकर लौटते रहे।
सुबह के वक्त उप जिलाधिकारी दिव्या ओझा तो वहीं दोपहर में सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता सुरेश चंद्र सिंहा, विभागीय अधिकारियों तथा कर्मचारियों के साथ लतीफशाह बांध पहुंच गए और सुरक्षा की दृष्टि से बांध का निरीक्षण किया। उपजिलाधिकारी ने ड्यूटी पर लगाए गए पुलिस कर्मियों को निर्देशित किया कि किसी भी हाल में बांध के समीप किसी को ना आने दिया जाए।
अधिशासी अभियंता श्री सिन्हा ने बताया कि मुसाखांड बांध में पानी रखने की क्षमता 63 घन फुट है मगर हालात को देखते हुए वर्तमान समय में बांध में 55 फिट पानी ही रोका जा रहा है। जिससे बांध को सुरक्षित रखा जा सके। रात से ही जिस तरह से बारिश का क्रम लगातार बना हुआ है उससे बांध में पानी के बढ़ने और उससे पानी लतीफशाह बांध में छोड़े जाने की संभावना बढ़ती जा रही है। कर्मनाशा नदी में पानी गिरने से शहाबगंज विकासखंड के निचले हिस्से सवैया महलवार, मानिकपुर जेगुरी सहित करईल क्षेत्र के दर्जनों गांवों में भारी जलप्लावन की स्थिति होने की संभावना बढ़ती जा रही है। क्षेत्र के निचले हिस्से में भारी जल प्लावन के कारण हजारों एकड़ फसल के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। प्रशासन भी बाढ़ से निपटने के लिए पूरी तरह चौकन्ना दिखाई दे रहा है।
अधिशासी अभियंता ने बताया कि फिलहाल बारिश बंद होने से कुछ राहत मिलने की संभावना दिखाई दे रही है मगर आज रात में भी बारिश हुई तो बांध को सुरक्षित रखने के लिए और भी पानी छोड़ा जा सकता है।