निपुण भारत मिशन के अन्तर्गत बीआरसी पर चल रहे एफएलएन प्रशिक्षण का हुआ समापन

फाउंडेशनल लिटरेसी एण्ड न्यूमरेसी अर्थात बुनियादी साक्षरता एवं सँख्यात्मकता पर आधारित शिक्षक प्रशिक्षण 29 अगस्त से प्रारम्भ होकर 23 सितम्बर को समाप्त हुआ।
 

चंदौली जिले के शहाबगंज विकास खण्ड के शिक्षकों का एफएलएन 23 सितम्बर को समाप्त हो गया। फाउंडेशनल लिटरेसी एण्ड न्यूमरेसी अर्थात बुनियादी साक्षरता एवं सँख्यात्मकता पर आधारित शिक्षक प्रशिक्षण 29 अगस्त से प्रारम्भ होकर 23 सितम्बर को समाप्त हुआ।

आपको बता दें कि 63 प्राथमिक विद्यालयों व 28 कम्पोजिट विद्यालयों के 506 शिक्षक, शिक्षामित्र को प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इस वर्ष कक्षा 1  व 2 में लागू एनसीईआरटी आधारित नवीन पाठ्य पुस्तकों सारंगी(हिंदी), आनन्दमय गणित(गणित) और मृदंग(अंग्रेजी) की जानकारी के साथ-साथ उनके उपयोग की रणनीति की जानकारी सभी शिक्षकों को देना तथा कक्षा 1,2,3 की हिंदी, गणित की आधारशिला क्रियान्वयन संदर्शिकाओं, कार्यपुस्तिकाओं के नियमित प्रयोग के साथ-साथ कक्षा 4 और 5 में भी संदर्शिका आधारित शिक्षण तथा 42 दिन की पुनरावृत्तयतमक और उपचारात्मक योजना की जानकारी देना। साथ-साथ संदर्शिका आधारित शिक्षण करके छात्रों को सक्षम बनाते हुए निपुण बनाने के उद्देश्य से सभी शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण 50-50 के बैच में कुल 5 बैच में ब्लॉक संसाधन केन्द्र शहाबगंज के प्रशिक्षण हाल में आयोजित किया गया।


खण्ड शिक्षा अधिकारी अजय कुमार के संयोजकत्व में नवाचारी उपागमों के साथ प्रशिक्षण की उत्तम व्यवस्था की गई। प्रशिक्षण के दौरान खण्ड शिक्षा अधिकारी ने कहा कि आप 5 प्वाइंट टूल किट और अपने लिए गए प्रशिक्षण के आधार पर अपने विद्यालय को निपुण बनाने का प्रयास करें।

इस दौरान प्रशिक्षक आशुतोष त्रिपाठी,अभिषेक सिंह, अजय कुमार गौतम, विभूति नारायण, मनीष तिवारी, एलएलएफ बीएसी देवव्रत सिंह ने पूरे प्रशिक्षण को बड़ी कुशलता और कर्मठता से संचालित किया।
 

प्रशिक्षकों के द्वारा सभी शिक्षकों को आधारशिला क्रियान्वयन संदर्शिकाओं से शिक्षण करके चित्र-चाट इत्यादि का प्रयोग करते हुए कक्षा 1 से 3 व 4 ,5 के छात्रों को निपुण बनाने तथा सक्षम विद्यार्थी बनाने के विभिन्न तरिके प्रशिक्षकों द्वारा बताए गए। प्रशिक्षण में सभी शिक्षक शिक्षामित्र ने बड़े उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया। कार्यालय सहायक आदर्श यादव,शमशेर बहादुर और अवधेश कुमार का योगदान सराहनीय रहा।