144 प्रतिमाओं का हुआ विसर्जन, 133 प्रतिमाएं आज होंगी विसर्जित
जिले भर में 277 प्रतिमाएं की गई थीं स्थापित
सप्तमी, अष्टमी और नवमी को बड़ी संख्या में श्रद्धालु पंडालों में मां दुर्गा के दर्शन
विसर्जन के दौरान पुलिस प्रशासन की ओर से बरती जा रही विशेष चौकसी
चंदौली जिले में शनिवार की देर रात गाजे-बाजे के साथ मां दुर्गा की प्रतिमाओं का पोखरों, तालाबों और नहरों में विसर्जन किया गया। पुलिस विभाग के आंकड़ों के मुताबिक जिले भर में सार्वजनिक तौर पर कुल 277 प्रतिमाएं स्थापित की गई थीं।
आपको बता दें कि इनमें अबतक कुल 144 प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया है। विसर्जन के दौरान पुलिस प्रशासन की ओर से विशेष चौकसी बरती गई। सोमवार को 133 प्रतिमाओं का विसर्जन होगा।
बताते चलें कि जिले में दुर्गा पूजनोत्सव धूमधाम से मनाया गया। सप्तमी, अष्टमी और नवमी को बड़ी संख्या में श्रद्धालु पंडालों में मां दुर्गा के दर्शन कर दशहरा के दिन रावण वध की लीला देखी। जिले में 277 स्थानों पर प्रतिमाएं स्थापित की गई थीं और 60 से 35 फिट के चार स्थालों पर रावण का दहन किया गया।
बता दें कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर और आसपास के क्षेत्रों में 30 से अधिक स्थानों पर प्रतिमाएं स्थापित की गई थीं। नगर के दामोदरदास, मालगोदाम, मानसरोवर के अलावा देहात क्षेत्र के 30 से अधिक तालाबों, पोखरों और नहरों में मूर्तियां विसर्जित की गई। भक्तों की टोलियां देवी गीतों पर थिरकते तालाबों की ओर प्रस्थान कीं। विसर्जन के मद्देनजर पुलिस प्रशासन की ओर से विशेष चौकसी बरती गई।
पीडीडीयू नगर की 26, मुख्यालय स्थित प्रतिमाओं सहित कुल 144 प्रतिमाओं का विसर्जन शनिवार की देर रात तक किया गया। पीडीडीयू नगर में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन को शनिवार को प्रशासन ने अपनी तैयारी कर ली थी। निर्धारित तालाबों के पास और नहर में विसर्जन हुआ। ज्यादातर प्रतिमाएं दामोदरदास पोखरे के पास विसर्जित की गईं। इनमें घरों में स्थापित 20 और सार्वजनिक स्थलों पर स्थापित छह प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया।
शनिवार को दोपहर बाद पूजा पंडाल से मूर्तियों के उठने का क्रम शुरू हुआ। बड़े वाहनों पर प्रतिमा संग गाजे बाजे के साथ नाचते-झूमते युवा विसर्जन स्थलों पर पहुंचे।
इस संबंध में एसपी आदित्य लांग्हे ने बताया कि शनिवार की देर रात तक 144 प्रतिमाएं विसर्जित की गईं। शेष 133 सोमवार को विसर्जित की जाएंगी। बताया कि सुरक्षा की पूरी व्यवस्था कर ली थी।