बंगाल व बिहार के 25 मजदूरों को क्वारंटाइन सेंटर में रोका गया

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली जिले की सीमा से होकर वाराणसी से पैदल ही घर जा रहे बंगाल और बिहार के 25 मजदूरों को पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने यूपी-बिहार सीमा पर नौबतपुर के पास रोक लिया। जांच के बाद सभी को नेशनल इंटर कालेज में क्वारंटाइन कर दिया गया। बताया जा रहा है कि देख-रेख को पुलिसकर्मियों की
 

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चंदौली जिले की सीमा से होकर वाराणसी से पैदल ही घर जा रहे बंगाल और बिहार के 25 मजदूरों को पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने यूपी-बिहार सीमा पर नौबतपुर के पास रोक लिया। जांच के बाद सभी को नेशनल इंटर कालेज में क्वारंटाइन कर दिया गया।

बताया जा रहा है कि देख-रेख को पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगा दी गई है। हालांकि रोके गए श्रमिक घर जाने की जिद पर अड़े रहे। लेकिन प्रशासन की सख्ती के आगे उनकी एक नहीं चली।

नौबतपुर बॉर्डर पर वाराणसी से आ रहे मजदूरों के समूह को पुलिस ने रोक दिया। श्रमिकों ने बताया बनारस में मजदूरी करते थे पैसे खत्म हो गए तो घर लौट रहे हैं। उच्चाधिकारियों को सूचना दी गई। एसडीएम सदर और कोतवाल संतोष राय मौके पर पहुंचे और सभी को 14 दिन के लिए नेशनल इंटर कालेज में क्वारंटाइन कर दिया। इसके बाद चिकित्सकों की टीम बुलाकर सभी की थर्मल स्कैनिग की गई।

सभी 25 लोगों को स्वच्छता किट भी दी गई, जिसमें मास्क सैनिटाइजर के साथ साथ रोजमर्रा के जरूरत की चीजें थीं। एसडीएम विजय नारायण सिंह ने बताया कि नेशनल इंटर कालेज में क्वारंटाइन किए गए 25 लोगों में 22 बंगाल के तथा तीन बिहार के हैं। थर्मल स्कैनिग कराई गई सबका तापमान सामान्य था। देख-रेख को 24 घंटे पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है।