रेलवे क्रॉसिंग 73-बी पर बनने वाले रेलवे ओवर ब्रिज का रोका काम, झूठ बोल रहे हैं अफसर

चंदौली जिले में डेडीकेटेड रेल फ्रेट कॉरिडोर के अधिकारी व ठेकेदार मनमाने तरीके से रेलवे क्रासिंग की जगह ओवर ब्रिज व फुट ओवर ब्रिज बनाने का काम कर रहे हैं। इसके लिए न तो स्थानीय लोगों से बातचीत की जाती है और न ही उनकी जरूरतों व समस्याओं का ध्यान रखा जा रहा है।
 
ठेकेदार मनमाने तरीके से रेलवे क्रासिंग की जगह ओवर ब्रिज व फुट ओवर ब्रिज बनाने का काम कर रहे हैं

चंदौली जिले में डेडीकेटेड रेल फ्रेट कॉरिडोर के अधिकारी व ठेकेदार मनमाने तरीके से रेलवे क्रासिंग की जगह ओवर ब्रिज व फुट ओवर ब्रिज बनाने का काम कर रहे हैं। इसके लिए न तो स्थानीय लोगों से बातचीत की जाती है और न ही उनकी जरूरतों व समस्याओं का ध्यान रखा जा रहा है। इसके चलते कई बार विरोध प्रदर्शन व काम रोकने तक की नौबत आती है। इस दौरान वहां काम करने वाले ठेकेदार और अधिकारी केवल झूठा आश्वासन देने का काम करते हैं। 

सैयदराजा थाना इलाके  कल्याणपुर ग्राम सभा में जाने के लिए रेलवे की क्रासिंग पर बने गेट संख्या 73-बी पर आज स्थानीय ग्रामीणों ने मनमाने तरीके से कराये जा रहे काम को लेकर काम रोक दिया। इसके दो दिन पहले ग्राम प्रधान गौतम तिवारी ने काम कर रहे इंजीनियरों व ठेकेदारों से क्रांसिंग को बंद करने के विकल्प के रूप में बन रहे रेलवे ओवर ब्रिज को लेकर आपत्ति जतायी थी और कहा था कि जिस रास्ते से जिस तरह के वाहन आते जाते हैं..अगर उसे बंद किया जाता है तो उसके विकल्प के रूप में उसी तरह के वाहनों के आने जाने की सुविधा वाला ओवर ब्रिज या अंडर पास या फुट ओवर ब्रिज दिया जाना चाहिए। 

सांसद विधायक दे चुके हैं आश्वासन

इसके लिए दिनांक  को चंदौली के सांसद व कैबिनेट मंत्री के सामने 26 सितंबर 2021 को जब यह समस्या रखी गयी थी तो रेल के अफसरों ने हामी भरी थी और कहा था कि चार पहिया के आने जाने लायक यह पुल बनेगा। यह पर सारे काम जन भावनाओं के अनुरूप होगा। इसके बाद भी जब आनाकानी हुयी तो दिनांक 11 दिसंबर 2021 को गांव के लोगों ने हंगामा करते हुए काम रोक दिया तो स्थानीय विधायक सुशील सिंह ने इसमें ठेकेदारों व अन्य अधिकारियों से बात की और कहा कि यह पुल जनता की मांग के अनुसार ही बनेगा। दोनों तरफ ऐसा ढ़लान बनेगा कि चार पहिया वाहन आसानी से चले जाएं। इस तरह के आश्वासन के बाद ही काम शुरू हुआ था।

फिलहाल जब पुल को बनाने का काम जोर शोर से दिन रात एक करके हो रहा है तो वहां काम कर रहे  ठेकेदारों व कर्मचारियों का कहना है कि यह केवल दो पहिया व पैदल आने जाने के लिए पुल बन रहा है। इससे चार पहिया वाहन व ट्रैक्टर नहीं आ जा सकते हैं। इसके बाद गांव वालों का गुस्सा एक बार फिर बढ़ने लगा है और गांव के लोगों ने एकजुट होकर काम को फिर से रोक दिया है।

आज जब जिले के सांसद व कैबिनेट मंत्री डॉ महेन्द्र नाथ पांडेय डेडीकेटेड रेल फ्रेट कॉरिडोर के अफसरों के साथ बात करने व जिले के अंदर चल रही परियोजना व होने वाले कार्य को लेकर जनता को होने वाली परेशानियों पर चर्चा करने जा रहे हैं तो कल्यानपुर के लोगों ने एक बार फिर से सांसद का ध्यान खींचा है। यहां काम करने वाले अफसर केवल गोल मटोल जवाब दे रहे हैं, जब तक पुल बनाने की बात साफ नहीं हो जाती है, तब तक यहां काम शुरू नहीं करने दिया जाएगा।