दो घंटे तक एडीजी साहब करते रहे कन्हैया यादव से बात, सीबीसीआईडी जांच में आई तेजी
चंदौली जिले के सैयदराजा थाना इलाके के मनराजपुर गांव में पुलिस की छापेमारी के दौरान कन्हैया यादव की पुत्री निशा यादव की मौत की घटना को लेकर पुलिस महकमे की काफी किरकिरी हो रही है। मामले की पूरे प्रदेश में चर्चा हुयी और की जांच के लिए शासन से गठित सीबीसीआईडी की टीम गठित करके जांच कराने की बात कही गयी थी। इसके पहले आये सीबीसीआईडी के अफसरों को कन्हैया यादव के परिवार ने कोई सहयोग नहीं किया था, जिससे टीम बैरंग लौट गयी थी।
अब बुधवार को सीबीसीआईडी के एडीजी अपने मातहतों को लेकर अचानक गांव पहुंच गए। सारे अफसरों ने मृतका के घर जाकर परिवार के लोगों ने लगभग दो घंटे तक पूछताछ और जांच पड़ताल की, ताकि घटना के बारे में विस्तार से जानकारी ली जा सके। इसके बाद टीम वापस लौट गयी। इस दौरान पूरी टीम ने मीडिया व बाहरी लोगों को मिलने की इजाजत नहीं दी और न ही कोई जानकारी साझा की।
सीबीसीआईडी जांच का है आदेश
सैयदराजा थाने की पुलिस के द्वारा छापेमारी के दौरान युवती की मौत के मामले में पुलिस पर हत्या के आरोप लगे थे। इस पर शासन ने घटना की जांच के लिए सीबीसीआईडी की टीम गठित की थी। बुधवार को सीबीसीआईडी की लखनऊ व वाराणसी की टीम मनराजपुर गांव पहुंची। एडीजी एलवी एंटनी देव कुमार, एसपी राहुल राज, एएसपी वाराणसी डा. कृष्णगोपाल के साथ सीओ सुनीता सिंह भी गांव में पहुंची थी। टीम सीधे कन्हैया यादव के घर के अंदर दाखिल हुयी और अपनी स्टाइल में जांच पड़ताल व बातचीत की।
जानकारी देने से इनकार
कहा जा रहा है कि कन्हैया यादव के परिवार के लोगों से लगभग दो घंटे तक पूछताछ की। घटना के बारे में जानकारी ली। हालांकि अधिकारियों ने जांच को गोपनीय रखते हुए कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। माना जा रहा है कि आला अफसरों के समझाने पर कन्हैया यादव व परिवार के लोगों बात करने को राजी हुए। लगभग दो घंटे तक दोनों पक्षों के ओर से सवाल जवाब हुए।
आपको बता दें कि एक मई को सैयदराजा थाना की पुलिस जिलाबदर अपराधी कन्हैया यादव को पकड़ने के लिए उनके घर गई थी। जब वह घर पर नहीं मिले तो पुलिस ने घर में मौजूद दोनों लड़कियों के साथ मारपीट की। इसके कुछ देर बाद ही कन्हैया की बड़ी पुत्री निशा यादव की मौत की सूचना मिली। घरवालों व ग्रामीणों ने पुलिस पर युवती की मारपीटकर हत्या करने का आरोप लगाते हुए सैयदराजा-जमानियां मार्ग पर चक्काजाम कर दिया था। इसके बाद पुलिसकर्मियों की पिटाई व वाहनों में तोड़फोड़ भी की गई। मामला लखनऊ तक पहुंचा तो आला अफसरों ने देर रात तक मानमनौव्वल करते हुए थानाध्यक्ष पर कार्रवाई की तो लोगों ने लाश पोस्टमार्टम के लिए पुलिस को सौंपा।
धीरे-धीरे इस मामले में राजनीति गरमा गयी तो पीड़ित परिवार से मिलने के लिए पूर्व सीएम व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, आप नेता व राज्यसभा सदस्य संजय सिंह व भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद रावण जैसे दिग्गज नेताओं के साथ कई अन्य लोग भी मनराजपुर पहुंचे थे और मामले में सीबीआई जांच या न्यायिक जांच कराने की मांग की थी।