ADM से बोले अधिवक्ता, तहसीलदार को हटाने तक चलता रहेगा आंदोलन
वंदना मिश्रा को हटाने की जिद पर अड़े हैं अधिवक्ता
एडीएम को बता दी खरी-खरी बात
तहसीलदार को नहीं करेंगे बर्दास्त
चंदौली जिले के सकलडीहा तहसील में तैनात तहसीलदार वंदना मिश्रा के खिलाफ अधिवक्ताओं का आक्रोश जारी है। अधिवक्ता किसी भी कीमत पर तहसीलदार को तहसील में स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। तहसीलदार को हटाने की मांग को लेकर अधिवक्ता अडिग हैं और गुरुवार को एडीएम उमेश चन्द्र मिश्र के प्रयास को भी विफल कर दिया।
जिलाधिकारी के प्रतिनिधि के रुप में तहसील में आए एडीएम ने तहसील सभागार में संयुक्त बार के अधिवक्ताओं से वार्ता की, लेकिन अधिवक्ताओं ने तहसीलदार के हटने तक आन्दोलन जारी रखने की बात कहकर अड़े रहे।
इस दौरान अधिवक्ताओं ने एडीएम और एसडीएम के सामने विरोध जताते हुए कहा कि पिछले तीन साल से तहसीलदार क्यों सकलडीहा तहसील में ही रहना चाहती हैं, जबकि जून माह में तहसीलदार का सदर तहसील में न्यायिक तहसीलदार के पद पर स्थानांतरण हो चुका था। पुन: तहसीलदार का प्रभार क्यों दे दिया गया है। इसकी जानकारी सबको दी जाय।
अधिवक्ताओं ने कहा कि तहसीलदार की शिकायत को लेकर जिलाधिकारी को पत्रक देकर भ्रष्टाचार सहित अन्य मुद्दों से अवगत कराया गया था। अधिवक्ता, वादकारी सहित आम जनता, प्रधान और किसान तक उनके कारनामे से परेशान थे। इसके बाद भी प्रशासन मौन बना हुआ है। अधिवक्ताओं ने अपर जिलाधिकारी से साफ साफ कह दिया कि तहसीलदार के हटने तक आन्दोलन जारी रखा जाएगा। वह किसी कीमत पर वंदना मिश्रा की तैनाती बर्दास्त नहीं करेंगे।
अधिवक्ताओं की जिद देखकर एडीएम ने सबके साथ न्याय करने का भरोसा दिया और कहा कि आपकी बात जिलाधिकारी तक पहुंचा दी जाएगी।
इस मौके पर विरोध प्रकट करने वालो में अध्यक्ष नितिन तिवारी, महामंत्री पंकज सिंह, रामराज यादव, शैलेन्द्र पांडेय, सच्चिदानंद सिंह, शिव गोबिंद सिंह जयप्रकाश ओझा, अंकित तिवारी, अंगद मौर्या, सुरेन्द्रकांत, विनोद, दुर्गेश सिंह,रमाकांत पांडेय, सुभाष सिंह, विजय प्रताप सिंह, विनोद मिश्र, अतुल तिवारी, संजय सिंह मौजूद रहे।