एडीएम साहब ने चेक कीं खाद की दुकानें, 1 एकड़ पर एक बोरी यूरिया देने का फरमान
खाद की कालाबाजारी रोकने की कोशिश
गेहूं की बुवाई के लिए समितियों पर खाद की मांग
जिले में 3627 मैट्रिक टन डीएपी और 16624 एमटी यूरिया उपलब्ध
चंदौली जिले में खाद की कालाबाजारी रोकने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद हो गया है। जिलाधिकारी के आदेश पर गठित की गई टीम दुकानों का लगातार निरीक्षण करेंगी और खाद वितरण के स्टाक का मिलान करेंगी। इसी आदेश के बाद अपर जिला अधिकारी उमेश मिश्रा ने जिला मुख्यालय पर खाद की दुकानों का स्टॉक चेक किया और उनके रजिस्टर की जांच पड़ताल की। उन्होंने दुकानदारों को 1 एकड़ पर एक बोरी यूरिया वितरण किए जाने का निर्देश दिया।
आपको बता दें कि चंदौली जिले में गेहूं की बुवाई के लिए समितियों पर खाद की मांग बढ़ जाती है। इससे समितियों पर खाद की किल्लत होने लगती है। इस दौरान किसानों की लंबी लाइन समितियों पर देखने को मिल रही है और कई जगह किसान इसके खिलाफ हंगामा भी कर रहे हैं।
वर्तमान समय में देखा जाए तो चंदौली जिले में 3627 मैट्रिक टन डीएपी और 16624 एमटी यूरिया उपलब्ध है। लेकिन इसे नाकाफी बताया जा रहा है। इसके बावजूद जिला प्रशासन की कोशिश है कि समिति से हर किसान को थोड़ी बहुत खाद जरूर मिल जाए। इसके लिए विभागीय अधिकारियों की ओर से निर्धारित दर पर जोत के हिसाब से उर्वरक उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने अपने आवास पर बैठक करते हुए कृषि विभाग के अलावा अन्य विभाग के अधिकारियों की टीम बनाकर उर्वरक की दुकानों की जांच पड़ताल करने का निर्देश दिया है, ताकि जिले में खाद की कालाबाजारी और जमाखोरी को रोका जा सके। साथ ही किसानों को खाद मिलना निर्धारित किया जा सके।
शुक्रवार को इसी क्रम में अपर जिला अधिकारी उमेश मिश्रा ने कृषि विभाग के कर्मचारियों के साथ मुख्यालय के सकलडीहा रोड स्थित खाद की दुकानों का निरीक्षण कर जांच पड़ताल की। इस दौरान उनके साथ चंदन सिंह भी मौजूद रहे।