जिले में 238 स्कूली वाहनों के फिटनेस हुए हैं फेल, परिवहन विभाग ने सबको दी चेतावनी
 

स्कूली बच्चों को परिवहन में सुरक्षा एवं उस स्कूल वाहनों के सुरक्षा मानकों के पालन को लेकर विभाग ने पिछले एक माह से अभियान चलाकर जनपद के विभिन्न विद्यालयों में से 238 वाहनों को चिन्हित किया है।
 

जिले के सभी विद्यालयों में ट्रांसपोर्ट समिति का निर्माण करना अनिवार्य

सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रणव झा का नया आदेश


चंदौली जिले में परिवहन विभाग द्वारा लगातार स्कूली वहनों पर शिकंजा कसने का कार्य शुरू कर दिया गया है। इसी के क्रम में जनपद के 238 वाहनों को एआरटीओ प्रशासन द्वारा रडार पर रखा गया है। बता दें कि उसके स्कूली बच्चों को परिवहन में सुरक्षा एवं उस स्कूल वाहनों के सुरक्षा मानकों के पालन को लेकर विभाग ने पिछले एक माह से अभियान चलाकर जनपद के विभिन्न विद्यालयों में से 238 वाहनों को चिन्हित किया है। साथ ही विद्यालय प्रबंधकों को 45 दिन के अंदर अपने वाहन के फिटनेस प्रमाण पत्र दुरुस्त कराने का फरमान जारी किया गया है।

इस दौरान  अनफिट पाए गए  वाहनों को  विभागीय  विवरण के मुताबिक दुरुस्त कराने के लिए और सभी कागजतों को पूर्ण कराने के लिए 45 दिन का समय दिया गया है। तब तक इन गाड़ियों का परिवहन सड़क पर नहीं होना चाहिए। नहीं तो संबंधित विद्यालयों के खिलाफ भी कार्यवाही होगी।

आपको बता दें कि हाल ही में  कटसिला गांव के समीप स्कूली बच्चों से भरी एक जीप पलटने के बाद विभाग एक बार फिर सक्रिय हो गया है और जिलाधिकारी की मंशा को देखकर कार्रवाई का मूड बना लिया है।

हालांकि विभाग का मानना है कि जिन 238 अनफिट वाहनों की सूची तैयार की गई है। उनका चालान अभी तक नहीं काटा है। इसलिए यह वाहन विद्यालय परिसर से बाहर नहीं जा सकते हैं, लेकिन इसकी सत्यता को जानने के लिए भी लगातार टीम द्वारा इन वाहनों का स्थलीय निरीक्षण भी किया जा रहा है। अगर इनका परिचालन किया गया तो उन पर कार्रवाई होनी तय है।  वाहन परिसर में नहीं मिलने पर उनका पंजीकरण निलंबित करने तथा विभागीय प्रावधान के अनुरूप कार्यवाही की जाएगी।

 इस संबंध में सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रणव झा बताया कि हर विद्यालयों में ट्रांसपोर्ट समिति होनी चाहिए, जो कि बच्चों को लाने ले जाने की सुरक्षा की जिम्मेदारी देखेगी। इसमें जिला प्रशासन तथा परिवहन विभाग, पुलिस विभाग के लोग सदस्य रहेंगे।  अगर ऐसी समिति नहीं होती है तो विद्यालय के ऊपर भी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।