दो उपजिलाधिकारियों की डिप्टी सीएम से अधिवक्ताओं ने की शिकायत, जांच कराएंगे पाठक जी
डिस्ट्रिक्ट डेमोक्रेटिक बार सहित सदर कचहरी के अधिवक्ताओं ने बीजेपी दफ्तर में मुलाकात की
सर्विस रोड पर लगने वाले जाम की समस्या से भी अवगत कराया
चंदौली जिले में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक से शनिवार को डिस्ट्रिक्ट डेमोक्रेटिक बार सहित सदर कचहरी के अधिवक्ताओं ने बीजेपी दफ्तर में मुलाकात की। साथ ही चकिया बार एसोसिएशन से जुड़े अधिवक्ताओं ने बार अध्यक्ष के नेतृत्व में एसडीएम प्रेम प्रकाश मीणा को स्थानांतरित करने की मांग की। इस मौके पर चकिया विधायक कैलाश खरवार भी मौजूद रहे।
अधिवक्ताओं ने बताया कि एसडीएम का रवैया अधिवक्ताओं के प्रति सही नहीं है, एसडीएम पर मनमानी करने का आरोप लगाया। इसके साथ ही अधिवक्ताओं ने डिप्टी सीएम के सामने रोडवेज बस स्टैंड, दीवानी न्यायालय के लिए शीघ्र ही धन का आवंटन, पारिवारिक न्यायालय के लिए भूमि, अधिवक्ताओं की सुरक्षा एवं बीमा की मांग की। वहीं आये दिन सर्विस रोड पर लगने वाले जाम की समस्या से भी अवगत कराया।
चंदौली जिले में विकास कार्यों की समीक्षा के लिए आए उत्तर प्रदेश सरकार के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक से भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय में पहुंचकर चकिया बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं के साथ साथ चंदौली जिले की सदर तहसील के भी अधिवक्ताओं ने मुलाकात की और सदर उपजिलाधिकारी के रात चकिया के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा की शिकायत करते हुए उनका स्थानांतरण अन्य जगह पर करने की बात कही। अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि नगर पंचायत के प्रशासक और ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के रूप में चकिया में तैनात प्रेम प्रकाश मीणा के द्वारा अधिवक्ताओं के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहे हैं तथा विकास कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। अधिवक्ताओं के बाद सुनने के बाद उपमुख्यमंत्री ने मामले की अपने स्तर से समीक्षा करने के बाद कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।
आपको बता दें कि चकिया बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं द्वारा 1 सप्ताह से कचहरी परिसर में धरना प्रदर्शन करते हुए चकिया के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रकाश मीणा के खिलाफ मोर्चा खोला गया है और उनके ऊपर अभद्रता करने तथा विकास कार्यों में भ्रष्टाचार करने जैसे तमाम आरोप लगाते हुए चकिया से इनका किसी अन्य जगह पर स्थानांतरण करने की अपील की गई है। इस पूरे मामले को सुनने के बाद उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक में अधिवक्ताओं को भरोसा दिलाते हुए कहा कि वह अपने स्तर से पूरे मामले की जांच कर लेंगे और इसमें सच्चाई पाई गई तो कार्यवाही भी होगी।
आपको बता दें कि इसके पहले अधिवक्ताओं ने बताया कि वह ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के स्थानांतरण को लेकर राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री, राज्यपाल, मानवाधिकार, मुख्यमंत्री, रक्षा मंत्री, मंडलायुक्त वाराणसी, चंदौली जिला अधिकारी तथा चंदौली जिले के सांसद और भारत सरकार के मंत्री को भी अवगत कराया जा चुका है, लेकिन अब तक उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
आपको बता दें कि उप जिलाधिकारी और ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा द्वारा चकिया तहसील में न्याय आपके द्वार जैसी पहल के द्वारा वर्षों पुराने विवादित भूमि संबंधी मामलों को तत्काल मिटाया जा रहा है और चकिया नगर पंचायत के प्रशासक के रूप में वह अब जमीनों के अवैध कब्जे हटाकर नगर पंचायत में मूलभूत सुविधाओं की बहाली के लिए अपने स्तर से कई सराहनीय कार्य किए हैं। उनके कार्यों में कुछ लोग अड़ंगा डालने की कोशिश कर रहे हैं। इसलिए उनके ऊपर इस तरह के मनमाने आरोप भी लगाए जा रहे हैं।
इस मौके पर चकिया बार के अधिवक्ताओं के साथ संतोष कुमार सिंह, अनिल कुमार सिंह, झन्मेजय सिंह, शमसुद्दीन, संतोष कुमार, शशि शंकर सिंह, योगेंद्र कुमार सिंह, राजेश कुमार मिश्रा, योगेश कुमार सहित अन्य अधिवक्ता मौजूद रहे।