ब्लॉक स्तरीय पोषण पखवाड़े का समापन, किशोरियों में बांटी गई आयरन की गोली
पोषण पखवाड़ा का समापन
पोषण पखवाड़े की उपलब्धियों पर चर्चा
चंदौली जिले में बाल विकास परियोजना नियामताबाद के अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सभागार में पोषण पखवाड़ा का समापन कार्यक्रम सोमवार को संपन्न हुआ । इस दौरान पोषण पखवाड़े की उपलब्धियों पर चर्चा की गई।
जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) जया त्रिपाठी ने बताया कि पखवाड़ा के दौरान पोषण, खान-पान, साफ सफाई, स्वच्छता, कचरा प्रबंधन, जल जीवन, हरियाली, पौधारोपण आदि जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। आंगनबाड़ी केंद्रों पर प्रथम सप्ताह में शून्य से छह वर्ष के समस्त बच्चों का वजन, लंबाई, ऊंचाई लेकर उन्हें पोषण श्रेणी में वर्गीकृत किया गया।
कार्यक्रम के दूसरे सप्ताह में 28 मार्च से चार अप्रैल तक लैंगिक संवेदनशीलता, जल संचयन, जल जीवन हरियाली, एनीमिया रोग से मुक्ति, स्वच्छता साफ-सफाई, उचित खानपान, ‘सही पोषण-देश रोशन’ थीम पर आंगनबाड़ी सेविकाओं के द्वारा सामूहिक रूप से फल, सब्जी, अनाज की रंगोली बनाकर समुदाय को विस्तृत जानकारी दी गई। इसके साथ ही छह माह से ऊपर के बच्चों को मां के दूध के अतिरिक्त ऊपरी आहार खिलाने की अपील की गई । ऊपरी आहार से बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है।
बाल विकास परियोजना अधिकारी नंदनी शुक्ला ने बताया कि नियामताबाद में कुल बच्चों की संख्या 26,827 है जिसमें से आयु के आधार पर वजन के पोषण स्तर पर 85 बच्चों को अतिकुपोषित (लाल श्रेणी) तथा 1027 बच्चो का कुपोषित (पीली श्रेणी) की श्रेणी में रखा गया । 25,715 बच्चों का पोषण स्तर सामान्य पाया गया । इसी तरह आयु के आधार पर लंबाई वाले पोषण स्तर पर कुल 12 बच्चे गंभीर बौनेपन की श्रेणी में देखे गए तथा 35 बच्चे मध्यम श्रेणी के चिन्हित हुए।
इस अवसर पर गर्भवती की गोदभराई की गई । छह महीने पूर्ण कर चुके बच्चों का अन्नप्राशन संस्कार किया गया । किशोरी बालिकाओं तथा गर्भवती की एनीमिया की जांच की गई । इसके साथ ही जिला कार्यक्रम अधिकारी ने अभियान में चिन्हित स्वस्थ बच्चों के माता-पिता को सम्मानित किया और बधाई भी दी ।
इस मौके पर बाल विकास परियोजना नियामताबाद की मुख्य सेविकाएं अंशू त्रिपाठी, मंजू पांडे, संगीता खरवार, सुनीता श्रीवास्तव सहित अनेक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी उपस्थित रहीं ।