शिक्षकों के NPS व GPF में हो रहा है खेल, जल्द होगा DIOS कार्यालय का घेराव, जिलाधिकारी को भी ज्ञापन देने की तैयारी
जिला संयोजक सत्य मूर्ति ओझा का ऐलान
जानबूझ कर परेशान कर रहे हैं विभाग के बाबू
सबकी जल्द खोली जाएगी पोल
चंदौली जिले में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ जनपद चंदौली के जिला संयोजक सत्य मूर्ति ओझा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि माध्यमिक शिक्षकों का सबसे बड़ी समस्या नई पेंशन योजना की अव्यवस्था है तो वहीं पुरानी पेंशन से आच्छादित शिक्षकों के जीपीएफ ऋण में भी तमाम तरह की परेशानी जानबूझ कर पैदा की जा रही है।
शिक्षक संघ जनपद चंदौली के जिला संयोजक सत्य मूर्ति ओझा ने कहा कि 1 अप्रैल 2005 के बाद के नियुक्त शिक्षकों का एनपीएस की कटौती लगातार होती जा रही, लेकिन एनपीएस का धन उनके आवंटित खाते में दिख ही नहीं रहा है, जिससे लाखों रुपये का प्रत्येक महीने का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
शिक्षक नेता ने कहा कि इस बारे में जिला विद्यालय निरीक्षक को कई बार लिखित व मौखिक रूप से अवगत कराया जा रहा है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है, जिससे शिक्षक कर्मचारियों में भारी आक्रोश व्याप्त है। वहीं ऐसे भी शिक्षक हैं, जो तत्काल नियुक्त हुए हैं। उनका एनपीएस का खाता ही नहीं खुल पाया है। जो एनपीएस की खामी को उजागर कर रहा है। इतना ही नहीं इसमें जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय की भी घोर लापरवाही को उजागर हो रही है।
शिक्षक संघ जनपद चंदौली के जिला संयोजक सत्य मूर्ति ओझा ने कहा कि पुरानी पेंशन से आच्छादित शिक्षक कर्मचारियों को जीपीएफ का लोन शादी विवाह के अवसर पर लेने की सुविधा है, लेकिन अवकाश प्राप्त शिक्षक व कर्मचारियों को समय से भुगतान ही नहीं हो रहा। वहीं ऐसे कर्मचारियों शिक्षक को ऋण स्वीकृति होने के बाद भी समय से भुगतान नहीं किया जा रहा है, जिससे वह अपने घर परिवार की शादी में उसका इस्तेमाल कर सकें। वहीं कई के यहां शादी का अवसर बीत जाने के बाद भी धन नहीं मिल रहा है, जिससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इस बारे में जिला विद्यालय निरीक्षक चंदौली कार्यालय से बात करने पर बताया जाता है कि 2 करोड़ रुपये का ब्याज ही बकाया है जो नहीं मिल रहा है। इससे भुगतान नहीं किया जा रहा है। इस बारे में लिखित रूप से जल्द ही माननीय जिलाधिकारी महोदय को अवगत करा कर शिक्षकों को भुगतान कराने की मांग की जाएगी तथा माध्यमिक शिक्षक संघ के केंद्रीय नेतृत्व को भी समस्या से अवगत कराते हुए आंदोलन किया जाएगा।
निश्चय रूप से जिले में इसको लेकर एक बड़ा घोटाला उजागर हो सकता है। एनपीएस व जीपीएफ का धन कहां जा रहा है इसको पता लगाने के लिए आंदोलन की तैयारी की जा रही है और जल्द शिक्षक इस मामले पर घेराव व धरना प्रदर्शन करेंगे।