सावन मेले को लेकर शासन के निर्देशों व आदेशों को बिंदुवार समझाने की कोशिश, ऐसी होगी व्यवस्थाएं
 

जहां वर्षा या अन्य कारण से फिसलन अथवा कटान हो वहां से जल लेने एवं स्नान करने पर रोक लगाई जाएगी। मार्गों पर थोड़े-थोड़े अंतराल पर पुलिस पिकेट की व्यवस्था सुनिश्चित रहेगी। 
 

डीएम-एसपी ने मातहतों को बताया और समझाया

क्या करना है और क्या नहीं करना है

ऐसी है कांवड़ व सावन मेले की तैयारी

चंदौली जिले के जिलाधिकारी संजीव सिंह एवं पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल की अध्यक्षता में श्रावण मास के दौरान कांवड़ यात्रा व अन्य आगामी पर्वों के दृष्टिगत आवश्यक प्रबंध, कानून एवं  शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक संपन्न हुई। इसमें शासन से आए दिशा निर्देशों को सबको बताने व व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने की बात बतायी गयीं। हालांकि शासन स्तर से आए आदेश को पहले ही उपजिलाधिकारी ने जारी कर दिया था।

उपस्थित पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित करते हुए जिलाधिकारी व पुलिस कप्तान ने कहा कि श्रावण मास के दौरान कांवड़ यात्रा को देखते हुए ऐसे घाटों व जलाशयों जहां से कावड़िए जल लेते हैं, वहां पर पर्याप्त बैरिकेडिंग, प्रकाश एवं सुरक्षा व्यवस्था का प्रबंध सुनिश्चित कर लिया जाएं। साथ ही गहरे पानी की पट्टिका का अंकन एवं जल पुलिस की आवश्यकतानुसार व्यवस्था रहनी चाहिए। जहां वर्षा या अन्य कारण से फिसलन अथवा कटान हो वहां से जल लेने एवं स्नान करने पर रोक लगाई जाएगी। मार्गों पर थोड़े-थोड़े अंतराल पर पुलिस पिकेट की व्यवस्था सुनिश्चित रहेगी। 


           
इसके साथ साथ कांवड़ मार्ग पर दंगा निरोधक उपकरण, केन, एंबुलेंस, अग्निशमन, अस्पताल आदि की पर्याप्त व्यवस्था करायी जानी चाहिए। कावड़ियों द्वारा दूसरे संप्रदाय बाहुल्य क्षेत्रों से गुजरते समय उत्तेजक व आपत्तिजनक नारे न लगाए जाने पर खास तौर से ध्यान दिया जाएगा।

जिले में यातायात प्रबंधन पर विशेष प्राथमिकता दी जाएगी। संवेदनशील स्थानों पर मोबाइल पेट्रोलिंग की व्यवस्था सुनिश्चित रहे। सभी मंदिरों व  धार्मिक स्थलों के आसपास स्थित होटलों, ढाबों एवं अन्य दुकानों में रेट लिस्ट प्रदर्शित कराने की बात स्पष्ट तौर पर कह दी गयी है। ताकि श्रद्धालुओं से ओवररेट पर सामानों की बिक्री न हो यह सुनिश्चित किया जाए।

जिले में यातायात के वैकल्पिक मार्गों को चिह्नित करते हुए ट्रैफिक डायवर्जन व्यवस्था का प्रबंध सुनिश्चित रहे। कांवरियों को रास्ते में भोजन पानी आदि उपलब्ध कराने वाले शिविरों के प्रबंधकों से समन्वय स्थापित कर सुरक्षा के दृष्टिकोण से चेकिंग करा लिया जाए। श्रद्धालुओं द्वारा पूजा अर्चना, विश्राम, भोजन इत्यादि के समय मार्गों के किनारे लगाए गए शिविरों से यातायात प्रभावित होने या दुर्घटना होने की संभावना के प्रति विशेष सतर्कता बरती जाए। यात्रा के दौरान जेब कतरी, चेन स्नैचिंग, महिलाओं से छेड़खानी जैसे अपराधों पर विशेष सतर्कता रहे। 

ट्रेनों की छतों पर बैठकर यात्री किसी भी दशा में यात्रा न करें। जनपद के पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सीमावर्ती जनपदों व राज्यों के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क स्थापित रखा जाए एवं महत्त्वपूर्ण सूचनाओं का त्वरित आदान प्रदान सुनिश्चित रहे। जनपद की सीमाएं जो अन्य जनपद या राज्य से मिलती हैं, उनके द्वारा चिन्हित प्रमुख स्थलों पर बैरियर लगा दिए जाएं । 

महिला कांवड़ियों की सुरक्षा एवं अभद्र व्यवहार रोकने हेतु महिला पुलिस का पर्याप्त प्रबंध सुनिश्चित रहे। सोशल मीडिया पर लगातार सतर्क दृष्टि बनाए रखें। कोई भी आपत्तिजनक खबरें प्रकाशित न हों इस पर नजर रखें तथा अफवाहों का तत्काल खंडन कराएं। परंपरा से हटकर कोई भी जुलूस या कार्यक्रम का आयोजन प्रतिबंधित रहेगा।

जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने उपस्थित पुलिस व प्रशासनिक एवं संबंधित अधिकारियों को उपरोक्त निर्देशों के कड़ाई से अनुपालन कराए जाने के निर्देश दिए।
        
बैठक के दौरान अपर जिलाधिकारी (वि0रा0) उमेश मिश्रा, अपर पुलिस अधीक्षक, समस्त उपजिलाधिकारी, समस्त क्षेत्राधिकारी, स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों के संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।