गोवंश आश्रय स्थलों की समीक्षाकर अफसरों को दिए गए कई निर्देश, कई तरह की कमियां उजागर
पशुओं के लिए हरे चारे की करें बुवाई करना चाहते हैं साहब, जिलाधिकारी के आदेश के बाद देखिए क्या होता है असर
चंदौली जिले के जिलाधिकारी संजीव सिंह की अध्यक्षता में ग्रामीण एवं शहरी व स्थानीय निकायों में गोवंश आश्रय स्थल की स्थापना एवं संचालन एवं आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित किए जाने के संबंध में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक संपन्न हुई।
जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि शासन के निर्देशानुसार निराश्रित व छूटे हुए गोवंशों का सर्वे कराते हुए रिपोर्ट समय प्रेषित कर दी जाए। इसमें ग्रामीण क्षेत्रों में संबंधित खंड विकास अधिकारियों वह नगर क्षेत्रों में अधिशासी अधिकारियों द्वारा सर्वे का कार्य किया जाना है। उन्होंने नोडल अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि गोवंश स्थलों का नियमित निरीक्षण करें एवं जो भी कमियां परिलक्षित हो उन्हें तत्काल पूरी कराएं।
ग्रामीण एवं शहरी गोवंश आश्रय स्थल की स्थापना किए जाने के लिए कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक
इसके लिए न्याय पंचायतवार नवीन गोवंश आश्रय स्थलों के निर्माण हेतु जमीन का चिह्नांकन कर लिया जाए। इस बारे में संबंधित उप जिलाधिकारी तथा खंड विकास अधिकारीगण आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करें। पशुओं के लिए हरे चारे हेतु चिह्नित जमीनों पर नेपियर घास, सूडान चरी आदि की बुवाई कराए जाने की जाने की कार्रवाई करें। ब्लॉक स्तरीय बड़े गोवंश आश्रय स्थलों के निर्माण हेतु शासन के निर्देशानुसार जमीन की उपलब्धता हेतु आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री सहभागिता योजना के अंतर्गत समस्त लंबित भुगतानों को प्रत्येक दशा में 10 जुलाई 2020 तक करा दिए जाने के निर्देश मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को दिया। उन्होंने कहा कि इस योजना के लाभार्थियों को समय से भुगतान कराया जाना सुनिश्चित हो। समीक्षा के दौरान लक्ष्य के सापेक्ष भूसा कलेक्शन की स्थिति संतोषजनक नहीं पाई गई।
जिलाधिकारी ने संबंधित खंड विकास अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि काश्तकारों से भूसा दान हेतु प्रभावी रूप से प्रयास करते हुए अधिक से अधिक भूसा कलेक्शन की कार्यवाही सुनिश्चित करें। संबंधित पशु चिकित्सा अधिकारी नियमित रूप से गोवंश आश्रय स्थलों का भ्रमण करें। बीमार पशुओं के इलाज व दवाइयों का पर्याप्त प्रबंध सुनिश्चित रहे।
जिलाधिकारी ने समस्त नोडल अफसरों को व पशु चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि गोवंश आश्रय स्थलों का नियमित दौरा कर वहां समस्त व्यवस्थाओं का निरीक्षण करें। पशुओं के लिए पर्याप्त चारा, पानी, शेड, सुरक्षा के साथ ही समस्त व्यवस्थाऐं मुकम्मल रहे।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अजितेंद्र नारायण, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, उपजिलाधिकारी गण,खंड विकास अधिकारी गण सहित अन्य संबंधित अधिकारी गण उपस्थित रहे।