पोस्टमार्टम हाउस पर परिजनों ने किया बवाल, सदर SDM व CO ने सलटाया मामला
 

शौच करने गये 8 वर्षीय बालक की ट्रैक्टर की चपेट में आने से मौत हो गई थी। इसकी सूचना मिलने के बाद परिजन पहले तो ट्रैक्टर चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने तथा 15 लाख मुआवजे की मांग पर अड़े रहे।
 

8 साल के बच्चे का शव लेने से इंकार

पोस्टमार्टम हाउस पर चला हंगामा

सदर SDM व CO ने समझा-बुझाकर किया शांत

चंदौली जिला पोस्टमार्टम हाउस पर उस समय बवाल बढ़ गया जब फेसुडा गांव में ट्रैक्टर से हुए एक्सीडेंट में मरे हुए 8 वर्षीय बालक के परिजनों को शव सुपुर्द किया गया तो मौके पर ही परिजन अपनी मांग को लेकर बवाल करने लगे और शव को ले जाने से इंकार कर दिया। तभी सूचना पर पुलिस ने मौके पर आकर मामले को संभालने की कोशिश की।

बता दें कि गुरुवार की रात्रि में शौच करने गये 8 वर्षीय बालक की ट्रैक्टर की चपेट में आने से मौत हो गई थी। इसकी सूचना मिलने के बाद परिजन पहले तो ट्रैक्टर चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने तथा 15 लाख मुआवजे की मांग पर अड़े रहे। किसी तरह समझा-बुझाकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए 2 बजे रात को भेजा गया है। उसके बाद जब शुक्रवार को पोस्टमार्टम हुआ और परिजनों को लड़के का शव सुपुर्द किया गया। तो परिजनों ने फिर हंगामा करना शुरू कर दिया और शव लेने से इनकार कर दिया।

 इसकी सूचना जैसे ही पुलिस को हुई तो सैयदराजा थाना प्रभारी सहित अन्य पुलिस फोर्स पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंच गई। उसके बाद क्षेत्राधिकारी सदर रामवीर सिंह तथा उप जिलाधिकारी सदर अजय मिश्रा मौके पर पहुंचकर परिजनों को समझाने बुझाने में जुट गए, लेकिन परिजनों की मांग थी कि जो 50 वर्षों से खलिहान की जमीन में घर बनाकर रह रहे हैं, ऐसे लोगों को बेदखल न किया जाए। सकलडीहा तहसील बेदखली का नोटिस सारे परिजनों को मिल चुका था। इससे आहत होने के बाद परिजनों ने इसकी मांग रखी। वहीं परिजनों ने यह भी कहा कि सरकार द्वारा हम गरीब लोगों को आर्थिक मदद दी जाए, ताकि हमारा भरण पोषण हो सके। जिस पर उपजिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि सारे मामले की विधिपूर्वक जांच कर उचित कार्यवाही की जाएगी तथा मुआवजे के लिए जो भी उचित होगा वह शासन द्वारा प्रदान किया जाएगा।

 काफी समझाने बुझाने के बाद परिजनों ने शव को लेकर अंतिम संस्कार के लिए चले गए।