सिंचाई की समस्या से जूझ रहे किसानों को खरीफ उत्पादकता गोष्ठी में पिलायी गयी योजनाओं की घुट्टी
 

प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा पोर्टल पर पंजीकरण कराकर मत्स्य विभाग का लाभ प्राप्त करने के तौर तरीके के बारे में लोगों को समझाया।
 

जनपद स्तरीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी का आयोजन

मत्स्य पालन व अन्य योजनाओं की जानकारी

जैविक व प्राकृतिक खेती पर भी चर्चा

चंदौली जिले में आज सोमवार को जनपद स्तरीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी 2022-23 का आयोजन जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कृषि विभाग द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र के सभागार में किया गया, जिसमें विषय वस्तु विशेषज्ञ जय प्रकाश सिंह ने खरीफ में उगाई जाने वाली मुख्य फसलों के अवकर्षण की स्थिति में कृषि कार्य एवं जैविक व प्राकृतिक खेती के विषय में समसामयिक जानकारी दी। साथ ही हर विभाग के लोगों द्वारा सरकारी योजनाओं को समझाने व बताने का काम किया गया। नहर सफाई व टेल तक पानी ले जाने व खराब ट्यूबवेलों की स्थिति के बारे में चर्चा दर किनार कर दी गयी।


    
इसके साथ साथ मत्स्य विभाग के सहायक निदेशक मत्स्य रामअवध ने मछली पालन की योजनाओं की चर्चा की। प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा पोर्टल पर पंजीकरण कराकर मत्स्य विभाग का लाभ प्राप्त करने के तौर तरीके के बारे में लोगों को समझाया। तालाब खुदाई के लिए सामान्य कृषक को 50 प्रतिशत, लघु/सीमान्त/महिला /अनुसूचित कृषकों 60 प्रतिशत अनुदान देय है। योजना 0.2 से 2.00 हेक्टेयर तक ही अनुमन्य है। सभी मछुआ पालकों को केसीसी की सुविधा भी उपलब्ध है। मत्स्य पालन को बढ़ावा देने हेतु जनपद के नवीन मण्डी में अत्याधुनिक मत्स्य मण्डी की शुरूआत शीघ्र ही होने वाली है। 

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना हेतु जनपद में नामित एस0डी0एफ0सी0 एरगो प्रा0लि0 कम्पनी के जिला कोआर्डिनेटर ने किसानों को बताया कि ऋणी एवं गैरऋणी कृषक सीएससी से पंजीकरण कराकर फसल बीमा योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। खरीफ में बाजरा, धान अरहर, उर्द अधिसूचित फसलें है, जिसमें धान के लिये रू0-1644/हे0 बीमा प्रीमियम निर्धारित है। उक्त योजान्तर्गत असफल बुआई, मध्यावधि एवं कटाई के उपरान्त 14 दिन तक की अवधि में प्राकृतिक आपदा में क्षतिपूर्ति देय है एवं व्यक्तिगत क्षति की सूचना टोल फ्री नं0- 18008896868 अथवा कृषि विभाग में फसल क्षति के 72 घण्टें अन्दर देना अनिवार्य है। 

मुख्य पशु चिकित्साधिकारी अरविन्द कुमार वैश्य ने पशुपालन की योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कृत्रिम गर्भाधान से 4 से 14 लीटर उत्पादन में 30 से 40 प्रतिशत सफलता मिली है। जिसको बढ़ाकर 80 से 90 प्रतिशत किया जाना है। इस समय पशुओं गला घोटू का टीकाकरण निःशुल्क लगाया जा रहा है। यह बीमारी आठ घण्टे के अन्दर ही पशुओं को अपने चपेट में ले लेती है। इसलिये टीके का लगाया जाना अत्यन्त महत्वपूर्ण है। 

सहायक आयुक्त/निबन्धक एवं सहकारी समिति द्वारा जनपद में उर्वरक उपलब्धता एवं वितरण की स्थिति से अवगत कराया व शैलेष पाण्डेय विकास खण्ड- धानापुर ने साधन सहकारी समिति धानापुर पर अतिरिक्त व्यवस्था कर उर्वरक वितरण कराने की मांग की। उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी प्रभारी चकिया ने अवकर्षण की स्थिति में बाजरा, तिल, अरहर की बुआई पर प्रकाश डाला। सहायक अभियन्ता लघु सिंचाई चन्दौली ने गहरी बोरिंग, मध्यम बोरिंग, उथली बोरिंग के योजना पर किसानों को विस्तृत जानकारी दी एवं इस समय बोरिंग हेतु सर्वें कार्य प्रारम्भ है। कृषक अपना पंजीकरण करा सकते है। 

मृदा परीक्षण प्रयोगशाला के अध्यक्ष द्वारा मृदा नमूना विश्लेषण 12 पैरामीटर पर किया जा रहा है। इच्छुक कृषक द्वारा अपने खेतों का मृदा परीक्षण निर्धारित शुल्क जमा कर कराया जा सकता है।

जिलाधिकारी महोदय द्वारा कृषकों को अवगत कराया कि कृषि में विविधीकरण, जैविक खेती एवं प्राकृतिक खेती, सिंचाई प्रबन्धन, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, पी0एम0 किसान में लाभार्थी कृषकों के ई-केवाईसी कराने, किसान क्रेडिट कार्ड, एफपीओ, महिला कृषक समूहों एवं दिनांक 07.08.2022 केन्द्रीय कृषि मंत्री द्वारा विकास खण्ड- धानापुर में सब्जी उत्पादन में इजराइल पद्धति से पौध तैयार करने हेतु संस्थान का शिलान्यास के कार्यक्रम की जानकारी दी गयी। 

गोष्ठी में रतन सिंह, शैलेष पाण्डेय, गुप्तनाथ मौर्य, अरविन्द आदि प्रगतिशील कृषक एवं अमित कुमार प्रजापति, प्रभारी उप परियोजना निदेशक(आत्मा ), कृषि विज्ञान केन्द्र प्रभारी डा. अभयदीप गौतम,  जय प्रकाश सिंह,  मानसिंह, जामवन्त सिंह,  राकेश सिंह व कृषि विभाग के समस्त कर्मचारी उपस्थित रहे।

अन्त में उप कृषि निदेशक कृषि द्वारा कृषि विभाग में संचालित समस्त योजनाओं के बारे जानकारी देते हुए गोष्ठी में उपस्थित समस्त कृषकों, अधिकारियों/कर्मचारियों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए खरीफ उत्पादकता गोष्ठी 2022 की समाप्ति की घोषणा की गई।