गोरारी गांव की घटना के बाद कार्रवाई की मांग, किसान यूनियन आंदोलन की कर रहा तैयारी
 

मंडल प्रवक्ता मणि देव चतुर्वेदी ने कहा कि जिस तरह दबंगों ने  गरीबों के घर बुलडोजर से घरों को तोड़ा और मड़ई में आग लगाई। हम सबको सोचने पर विवश कर दिया है।
 


गरीबों के घर के ऊपर बुलडोज़र चलाने का विरोध

जिलाधिकारी को पत्र सौंपने के बाद भी नहीं हुयी कार्रवाई

भारतीय किसान यूनियन करेगा आंदोलन

चंदौली जिले के गोरारी में बीते दिनों गांव के दबंगों द्वारा गरीबों के घर पर बुलडोज़र चलाकर घर  को जमीदोंज कर दिया गया था। इस संबंध में जिलाधिकारी को ग्रामीणों ने पत्र सौंपकर मामले में कार्रवाई की मांग की है। मगर इस पर ठोस कार्यवाही नहीं हुई है। इस घटना के बाद से पीड़ित परिवार के साथ-साथ गांव में रहने वाले कई लोग भयाक्रांत हैं।

इस घटना को लेकर भारतीय किसान यूनियन टिकैत का एक प्रतिनिधि मंडल जिलाध्यक्ष सतीश सिंह  के अगुवाई में  क्रमशः मंडल  प्रवक्ता मणि देव चतुर्वेदी, सदर अध्यक्ष कन्हैया, उपाध्यक्ष प्रभाकर मैर्या, चकिया तहसील अध्यक्ष रूपेंद्र प्रताप सिंह चौहान, बरहनी ब्लाक अध्यक्ष जीउत मौर्या, प्रचार मंत्री ओमबीर सिंह जाट पीड़ित गांव वालों के साथ पंचायत कर उनकी समस्याएं सुनी।

 मंडल प्रवक्ता मणि देव चतुर्वेदी ने कहा कि जिस तरह दबंगों ने  गरीबों के घर बुलडोजर से घरों को तोड़ा और मड़ई में आग लगाई। हम सबको सोचने पर विवश कर दिया है। कि क्या इस देश में भारतीय संविधान काम कर रहा है या अफगानी शासन है।  घरों को तोड़कर आग लगाने और गरीबों के घर का बहने वाले पानी को रोक दिया गया है, जिससे बीते चार दिन से पचासों घरों के लोग मोटर पम्प से गली में इकठ्ठे हुई पानी को निकाल रहे हैं, शासन- प्रशासन चुप्पी साधे है। किसी के द्वारा गली को बंद किये गए रास्ते को खोलने के लिए प्रशासन  कुछ भी प्रयास नहीं कर रहा है।

प्रशासन के ढुलमुल रवैय्ये को लेकर एक वर्ग दबंगों से भयभीत है। जिलाध्यक्ष सतीश सिंह ओहान ने कहा कि अगर जल्द ही उस रास्ते को नहीं खोला गया तो पूरी बस्ती जिलाधिकारी कार्यालय  की तरफ कूच कर कलेक्ट्रेट कार्यालय पर भूख हड़ताल पर बैठेगी। पीड़ित लोगों में निर्मल चौहान और बिक्रमा चौहान ने कहा कि मुझे अपना मुंह बंद रखने के लिए धमकियां मिल रही हैं। अगर प्रशासन ने कुछ नहीं किया तो हम गांव  छोड़ने को मजबूर होंगे।

पंचायत में सर्व सम्मति से ये फैसला लिया गया कि बंद रास्ते को तुरन्त  खोला जाय। उस जमीन की राजस्व नापी करायी जाय और साथ ही दबंगों को जेल भेजा जाए। सदर अध्यक्ष कन्हैया ने कहा कि अगर 3 दिनों के अंदर में जमीन की नापी नहीं की गई तो यूनियन सड़क पर उतरकर संघर्ष करेगा।

 इस अवसर पर युनियन के मंडल प्रवक्ता मणि देव चतुर्वेदी, जिलाध्यक्ष सतीश सिंह चौहान, सदर अध्यक्ष कन्हैया, चकिया तहसील अध्यक्ष रूपेंद्र प्रताप चौहान, उपाध्यक्ष प्रभाकर मौर्या, ब्लाक अध्यक्ष बरहनी जीउत मौर्या, कोषाध्यक्ष खिचडू चौहान, निर्मल चौहान एवम बिक्रमा चौहान, मुंशी  चौहान, लल्लन चौहान, भाई लाल चौहान,  मीरा देवी, सुशीला देवी, रुक्मिणी देवी, रनिया देवी, चंपा देवी आदि आदि सैकड़ों गांव वाले लोग उपस्थित रहे।