किसान नेता राकेश टिकैत की गिरफ्तारी पर भारतीय किसान यूनियन ने किया कोतवाली का घेराव
 

युवा जिलाध्यक्ष रंकज सिंह ने कहा कि सरकार  दमन की नीति अपना रही है, जो लोकतंत्र के लिए घातक है। 
 

राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर  युवाओं द्वारा बेरोजगारी के मुद्दे पर चल रहे धरने को समर्थन देने जा रहे  भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत को  दिल्ली पुलिस द्वारा गाजियाबाद -दिल्ली बॉर्डर पर  गिरफ्तार के मंडावली थाने ले जाया गया। इसके विरोध में देश भर के थानों का घेराव भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओ द्वारा किया गया।

 जिलाध्यक्ष सतीश सिंह चौहान ने कहा कि क्या किसानों को दिल्ली में प्रवेश वर्जित है। इस प्रकार से रोकना,मौलिक अधिकार का हनन है। देश में इस समय अघोषित आपातकालीन चल रही है। मंडल अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप तिवारी ने कहा कि अगर यूनियन के कार्यकर्ताओं को बेवजह परेशान किया गया तो सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे। युवा जिलाध्यक्ष रंकज सिंह ने कहा कि सरकार  दमन की नीति अपना रही है, जो लोकतंत्र के लिए घातक है। 

सदर कोतवाली पर तहसील अध्यक्ष, सकलडीहा राम अवतार सिंह, तहसील अध्यक्ष, चन्दौली गोपाल सिंह, ब्लाक अध्यक्ष मनोज  यादव, राजनाथ सिंह, भोलयी चौहान, राजीव मौर्या, प्रभाकर मौर्य, छोटे लाल चौहान मोछू, खिचड़ी चौहान, राम मौर्य, विजय खरवार, भोला खरवार, सुधाकर मौर्या आदि आदि उपस्थित रहे। इस दबाव के आगे सरकार लाचार होती नजर आई और एक घण्टे के अंदर राकेश टिकैत को ससम्मान  रिहा कर दिल्ली पुलिस ने बयान जारी किया कि सिर्फ बातचीत के लिए रोका गया था।