राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम, तम्बाकू व धूम्रपान के खिलाफ जागरूकता
 

डॉ हेमंत कुमार ने कहा कि तम्बाकू जानलेवा है। यह जानना बहुत ही जरूरी है। कहा कि विश्व में रोकी जा सकने वाली मौत और बीमारियों का एकमात्र सबसे बड़ा कारण तम्बाकू सेवन है।
 

सदर ब्लॉक संसाधन केंद्र सभागार में आयोजन

तंबाकू सेवन न करने की शपथ भी दिलाई

चंदौली जिले के सदर ब्लॉक संसाधन केंद्र सभागार में राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इसका शुभारंभ अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ हेमंत कुमार ने किया। इसमें प्रधानाध्यापकों को तंबाकू से होने वाले नुकसान के बारे में बताया गया। वहीं तंबाकू सेवन न करने की शपथ भी दिलाई गई।

इस दौरान डॉ हेमंत कुमार ने कहा कि तम्बाकू जानलेवा है। यह जानना बहुत ही जरूरी है। कहा कि विश्व में रोकी जा सकने वाली मौत और बीमारियों का एकमात्र सबसे बड़ा कारण तम्बाकू सेवन है। सिगरेट व अन्य तम्बाकू उत्पाद अधिनियम- 2003 की धारा 4 के तहत सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करना दण्डनीय अपराध है। जिसका उल्लंघन करने पर 200 रुपये तक का अर्थदण्ड वसूल किया जायेगा।

वहीं जिला सलाहकार डॉ अभिषेक सिंह ने कहा कि धूम्रपान करने वाला व्यक्ति न केवल अपने जीवन के लिए बल्कि अपने परिवार व समाज के लिए भी कैंसर का खतरा पैदा करता है। इसलिए जिन्दगी को हाँ कहें और तम्बाकू को न कहें। इससे हम सभी सुरक्षित रह सकेंगे। कहा कि जिला चिकित्सालय में एक तम्बाकू उन्मूलन केन्द्र की स्थापना की जा चुकी है। जहां एक काउन्सलर व साईकोलॉजिस्ट की उपलब्धता है, जिससे कि तम्बाकू एवं किसी अन्य प्रकार की नशा युक्त चीजों को छोड़ने की इच्छा रखने वाले व्यक्ति सम्पर्क कर सकते हैं। कहा कि तम्बाकू से हृदय रोग, हार्ट अटैक और लकवा जैसी बीमारियों का भी जोखिम है।

 इस मौके पर खंड शिक्षा अधिकारी सुरेंद्र बहादुर सिंह, डॉ दिलीप, कुसुम मिश्र, गोविंद प्रसाद आदि मौजूद रहे।