चंदौली में मनाया गया पोषण पखवाड़ा, किशोरियों में एनीमिया की जांच कर दी गई आयरन की गोली

चंदौली जिले में पोषण पखवाड़ा अभियान के तहत एनीमिया व कुपोषण से बचाव को लेकर पोषण ट्रेकर एप के माध्यम से बच्चों की लंबाई एवं वजन माप, महिला संगोष्ठी, हेल्थ चेकअप, बालिकाओं व गर्भवती महिलाओं के पोषण आदि बारे विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।
 
जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन 

चंदौली जिले में पोषण पखवाड़ा अभियान के तहत एनीमिया व कुपोषण से बचाव को लेकर पोषण ट्रेकर एप के माध्यम से बच्चों की लंबाई एवं वजन माप, महिला संगोष्ठी, हेल्थ चेकअप, बालिकाओं व गर्भवती महिलाओं के पोषण आदि बारे विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। पोषण पखवाड़ा 21 मार्च से शुरू होकर 4 अप्रैल तक चलाया गया।  सोमवार को बाल विकास परियोजना सदर के ग्राम सभा नरसिंहपुर के आंगनबाड़ी केंद्र में एनीमिया जांच तथा आयरन गोली के वितरण की गयी ।  यह जानकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी जया त्रिपाठी ने दी । 


  
डीपीओ जया त्रिपाठी ने कहा कि किशोरियों में एनीमिया (खून की कमी) को खत्म करने के लिए जनपद में पोषण पखवाड़े का आयोजन किया गया।  किशोरी और बालिकाओं में एनीमिया की जांच के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सहायता से एएनएम उपकेंद्रों पर की गई। जांच उपरांत हर किशोरी/बालिका को किशोरी हेल्थ कार्ड जारी किया गया । अब एनीमिया ग्रसित किशोरियों का उपचार किया जाएगा।

बालिकाओं में एनीमिया मुक्त भारत के लिए शासन पहले से अभियान चला रहा है। एनीमिया के खिलाफ व्यापक स्तर पर अभियान चलाने के लिए पोषण पखवाड़ा मनाने का निर्णय लिया गया था। इसके अंतर्गत सभी केंद्रों पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एनीमिया जागरूकता कैंप में 11से 18 वर्ष तक की किशोरियों को लेकर आयी । वहां बालिकाओं की ऊंचाई, वजन और खून की जांच की गई । इस जांच का कार्ड भी जारी किया गया । कार्ड पर बालिका के स्वास्थ्य से जुड़ी सभी जानकारी अंकित की गयी, जो किशोरी स्कूल गई थी, छुट्टी के बाद उनकी जांच की गयी । किशोरियों को एनीमिया ग्रसित व उपचार की जानकारी दी गई । खानपान के जरिये भी एनीमिया को मात देने के बारे में बताया गया ।

बाल विकास परियोजना अधिकारी (सदर) समीर सिंह ने बताया कि पोषण अभियान के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों और कुपोषित बच्चों के घर में पोषण वाटिका बनाई गई । पोषण वाटिका से उगाई जाने वाली सब्जियां पोषक तत्वों से भरपूर हैं।

 इस अवसर पर ग्राम की तमाम ग्रामीण महिलाओं को पोषण स्वास्थ्य के बारे में जागरूक किया गया । इसके साथ ही एनीमिया जागरूकता कैंप के अंतर्गत 11 से 18 वर्ष 42 किशोरियों का रक्त की जांच की गयी। उन्हे नींबू पानी के साथ आयरन गोली खिलाई गई और सभी किशोरियों का वजन और लंबाई ली गयी। उपस्थित 42 किशोरियों की स्वास्थ्य जांच की गयी, जिसमें सभी किशोरियों का हीमोग्लोबिन स्तर 11 ग्राम से अधिक पाया गया । कोई भी किशोरी एनीमिक नही पायी गयी । सभी किशोरियों को व्यक्तिगत साफ-सफाई तथा मासिक धर्म के बारे में भी बताया गया । इसके साथ ही इस अवसर पर छः माह पूर्ण कर चुकीं बालिकाओं का अन्नप्राशन का कार्यक्रम भी किया गया ।

इस दौरान फूलमती कुशवाहा तथा चिंता मौर्या तथा आंगनबाड़ी कार्यकत्री रेनू श्रीवास्तव एएनएम तथा आशा भी उपस्थित रही ।