भगवानपुर नहर का पुल है खस्ता हाल, दे रहा है बड़ी दुर्घटना को दावत
 

चकिया विधानसभा इलाके में आता है। दूसरी तरफ सकलडीहा विधानसभा तथा तीसरी तरफ सैयदराजा विधानसभा के बॉर्डर का है। तीनों इलाके के बार्डर पर होने के कारण इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
 

चकिया विधानसभा में पड़ता है यह पुल

अफसर व जनप्रतिनिधि बने हैं उदासीन

अक्सर चोटिल हो जाते हैं आने जाने वाले लोग

चंदौली जिले के भगवानपुर ग्राम सभा को जोड़ने वाली चंद्रप्रभा नहर पर एक पुल का निर्माण किया जा रहा है। यह पुल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त होने के कारण इस पुल से गुजरने वाले लोगों के मन हमेशा हादसे का शिकार होने का भय बना रहता है। इसके बावजूद न ही पुल की हालत को देखकर जनप्रतिनिधियों को कोई चिंता है और न ही संबंधित विभाग के अधिकारियों को। लोग इस खबर के माध्यम से जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराने की कोशिश की है। ग्रामीणों की मांग है कि इसकी जल्द से जल्द मरम्मत करायी जाय ताकि इस समस्या निजात मिल सके।


बता दें कि यह नहर का पुल चकिया विधानसभा इलाके में आता है। दूसरी तरफ सकलडीहा विधानसभा तथा तीसरी तरफ सैयदराजा विधानसभा के बॉर्डर का है। तीनों इलाके के बार्डर पर होने के कारण इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। यह पुल चंद्रप्रभा नहर के ऊपर बना हुआ है। इससे गांव के लोग आने जाने का काम करते हैं।

वही आपको बता दें कि यह भगवानपुर के ग्रामीणों के आने जाने का मुख्य मार्ग उन्हीं के साथ ही साथ कई गांव  का संपर्क मार्ग भी है। यह गांव चकिया विधानसभा का आखिरी गांव है जिसके कारण यहां विकास की गति आते-आते एकदम धीमी हो जाती है।

 इस गांव के लोगों का कहना है कि इस रास्ते से अधिकारी और नेतागण प्रतिदिन आते जाते हैं, लेकिन इसके बावजूद भी इस पुलिया की दीन दशा को देखकर किसी को इसके मरम्मत की चिंता नहीं होती है। इसके कारण इस पुलिया से आने जाने वाले लोग व गांव के लोगों को अक्सर हादसे का शिकार होना पड़ता है।

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इस संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि आए दिन तेज रफ्तार से आने वाली गाड़ियों से लोग गिरकर घायल हो जाते हैं। पुल की तो खस्ता हालत देखकर ऐसा लगता है कि यह लोगों को चोटिल करने के लिए ही जानबूझ कर इस हालत में छोड़ा गया है। 

गांव के लोगों का कहना है कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों को कई बार इस बारे में अवगत कराया गया था, लेकिन इस मामले में किसी के कान पर जूं नहीं रेंगती है।
 
अब देखना है कि इस समस्या का निदान करने के लिए किस तरह से जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी ध्यान देते हैं तथा भगवानपुर की जनता की समस्या को दूर करने की कोशिश करते हैं। ताकि यहां से आने जाने वाले लोग घायल होने से बच जांय। या सारे लोग किसी बड़ी घटना के घटित होने का इंतजार ही करते रहते हैं।