हवन पूजन के साथ शतचंडी यज्ञ का किया गया समापन हुआ भंडारा
जिला चंदौली नवरात्रि की समाप्ति के साथ मंगलवार को देवी मंदिरों एवं नवमी के मौके पर धरौली स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर पर दुर्गा पंडाल कन्या भोज के साथ भंडारा किया गया और हवन पूजन के साथ नवमी की समाप्ति की गई।
आपको बता सदर तहसील अंतर्गत ग्राम सभा धरौली में नौ दिन से चल रहे शतचंडी यज्ञ पूजा के साथ ही नवरात्रि का समापन भी हो गया। इस दिन मां दुर्गा के नाम से हवन किया जाता है। मान्यता है कि इस दिन पूरे विधि विधान के साथ हवन पूजन करने से देवी प्रसन्न होती हैं।
आपको बता दें कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी नवरात्रि के अंतिम दिन मंगलवार को महानवमी पर घरों व मंदिरों में हवन पूजन किया गया। इसके साथ ही देवी मां की स्वरूप कन्याओं का भोजन करने भोज भी कराया गया। दुर्गापूजा पंडालों में भी महा नवमी की पूजा हुई। मंगलवार को महानवमी की पूजा अर्चना के साथ समापन हो गया।
समापन पर घरों मंदिरों में हवन कर पूर्णाहुति दी गई। साथ ही कन्याओं का पूजन किया गया और उन्होंने भोज कराया गया। नवरात्रि के समापन पर कन्याओं को भोज कराने का बहुत महत्व है। छोटी कन्याओं को दुर्गा माता का स्वरूप माना जाता है। प्रतिपदा से नवमी तक व्रत रखकर देवी मां की आराधना करने वाले भक्तों के द्वारा भोज कराने के बाद व्रत का पारायण किया जाता है।
ग्राम सभा धरौली में प्राचीन हनुमान जी के मंदिर पर सजाए गए दुर्गा पूजा पंडाल में महानवमी का पूजन व कन्याओं का भंडारा कराया गया। साथ ही हवन पूजन के साथ देवी मां को भोग लगाया गया। मां दुर्गा पंडाल में 9 दिन से चल रहे शतचंडी महायज्ञ का समापन किया गया।