कल्याणपुर ओवरब्रिज मामला :   ग्रामीणों व DFCC के अधिकारियों की थाने में मीटिंग,  नहीं बनी बात
 

अधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों की मिलीभगत के कारण अब कल्याणपुर ग्रामसभा सहित दो दर्जन ग्रामीणों को इस गेट की सुविधा से महरूम होना पड़ेगा लेकिन अधिकारियों द्वारा अपनी गलती को न मानने तैयार हैं।
 
ग्रामीणों द्वारा चार चक्का के वाहन जाने की मांग को लेकर अड़े रहे ।

चंदौली जिले के सैयदराजा थाना क्षेत्र स्थित कल्याणपुर ग्राम सभा के गेट संख्या 73 बी की समस्या को लेकर सैयदराजा थाना में  डीएफसीसी अधिकारी व ग्रामीणों के साथ बैठक हुई ।जिस पर बन रहे फुट ओवर ब्रिज के विकल्प में ओवरब्रिज की मांग पर ग्रामीण अड़े रहे । 


बता दे कि कल्याणपुर ग्राम सभा सहित लगभग दो दर्जन गांव के मुख्य मार्ग को डीएफसीसी के अधिकारियों द्वारा बंद किए जाने के मामले को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है । वही ग्रामीणों द्वारा चार चक्का के वाहन जाने की मांग को लेकर अड़े रहे ।  वही थाना प्रभारी शेषधर पांडेय द्वारा दोनों पक्षों की बातों को सुनने के बाद स्वयं  सभी के साथ मौके पर जाकर स्थली निरीक्षण करने तथा डीएफसीसी के अधिकारियों द्वारा बताए गए उपाय देखने और सुनने के बाद भी जनता के समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा था। वहीं मौजूद डीएफसीसी के अधिकारियों द्वारा फिर गोल मटोल जवाब देकर वहां से चल दिए लेकिन कोई निर्णय नहीं हो पाया।


 बतादे कि लोकमानपुर गेट से यदि ग्रामीणों को जाना पड़ेगा तो लगभग 5 किलोमीटर की दूरी ग्रामीणों को विकल्प देने की बात पर तय करनी पड़ेगी  । वही भगवानपुर गेट से ग्रामीणों को लगभग 6 किलोमीटर का दूरी तय करने के बाद उन्हें अपने खेत व  मार्केट में चार चक्के से आना पड़ेगा।  जिस मामले पर  ग्रामीणों द्वारा यह भी कहा गया कि आए दिन तेल का रेट बढ़ रहा है और ऐसी समस्या में मिलने वाली है कि सामने  से जाने के बजाय कई किलोमीटर की परिक्रमा करना। क्या यह ग्रामीणों के साथ न्याय होगा ?


डीएफसीसी के मानक के अनुसार फोर व्हीलर के गेट पर फोर व्हीलर का ओवर ब्रिज देने का प्रस्ताव था जो कि अधिकारियों के हीला हवाली के द्वारा उसे खत्म कर फुट ओवर ब्रिज बनाया जा रहा है।  जिस पर नाराज ग्रामीणों ने बताया कि पहले तो अधिकारियों ने यह बताया था कि 73b पर यह 72 का फुट ओवर ब्रिज बन रहा है और इसके लिए आगे 73 बी का ओवर ब्रिज दिया जाएगा ,लेकिन फिर डीएफसीसी अधिकारियों द्वारा और टाउन एरिया के चेयरमैन वीरेंद्र जायसवाल व सभासद महेंद्र राय की मिलीभगत के कारण 73b के गेट पर बनने वाला ओवर ब्रिज गायब  कर दिया गया और उसके स्थान पर 72 B फुटवे को 73b के आगे fov बनाने का कार्य शुरू किया गया। लेकिन अधिकारियों से उस समय ग्रामीणों द्वारा अपनी समस्या रखी गई ।


 तो उन्हें आश्वस्त किया गया था कि चार चक्का वाहन जाने के लिए यह ओवर ब्रिज बन रहा है ।
 अधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों की मिलीभगत के कारण अब कल्याणपुर ग्रामसभा सहित दो दर्जन ग्रामीणों को इस गेट की सुविधा से महरूम होना पड़ेगा लेकिन अधिकारियों द्वारा अपनी गलती को न मानने तैयार हैं।

इस संबंध में सैयदराजा चेयरमैन वीरेंद्र जायसवाल द्वारा बताया गया कि मेरे द्वारा जो लिखा गया है वह नगर पंचायत के लिए लिखा गया है जबकि अधिकारियों द्वारा उनके दिए गए सहमति पत्र पर 73 बी पर फुट ओवरब्रिज बनाने की अनुमति प्रदान की गई है।

 जिससे नगर पंचायत के वासियों के साथ छल करने के साथ-साथ कल्याणपुर ग्राम सभा सहित दर्जनों ग्राम सभाओं के ग्रामीणों का मार्ग रोकने का कार्य किया गया ।
अब ऐसी स्थिति में ही देखना है कि इन जनप्रतिनिधिय द्वारा ग्रामीणों को किस प्रकार का रास्ता मुहैया कराया जाता है या उन्हें गणेश परिक्रमा ही करनी पड़ती है।