जीवित को मृत घोषित कर देता है चंदौली का समाज कल्याण विभाग, देखिए सिकंदरपुर गांव का मामला
 

शासन के निर्देशों के क्रम में पेंशन सत्यापन के कार्य के दौरान फर्जी तरीके से विधवा सुचिता को मृतक घोषित करते हुए उसका पेंशन बंद कर दिया गया। 
 

जीवित विधवा की पेंशन बंद

विधवा पेंशन बंद करने के लिए लगा दी मरने की रिपोर्ट

 विधवा का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल

चंदौली जिले के चकिया विकासखंड के सिकंदरपुर गांव में स्थित मायके में रह रही विधवा सुचिता गुप्ता को समाज कल्याण विभाग की ओर से उसे मृत घोषित कर दिया गया और इसी कारण से उसकी विधवा पेंशन बंद भी कर दी गयी है। भुक्तभोगी सुचिता ने जिला प्रशासन से मामले की जांच कराने की गुहार लगाते हुए अपने जीवित होने के प्रमाण स्वरूप अपना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है।


बताया जा रहा है कि चकिया इलाके के सिकंदरपुर गांव निवासी केदारनाथ गुप्ता की पुत्री सुचिता की शादी मिर्जापुर जनपद के अहरौरा थाना अंतर्गत फरहदा गांव निवासी राकेश कुमार के साथ पांच वर्ष पूर्व हुई थी। इस दौरान तीन वर्ष पूर्व राकेश की मौत हो गई थी। तब से सुचिता अपने मायके में ही रह रही थी। 

विधवा महिला को पूर्व प्रधान राजीव पाठक ने तहसील दिवस और जिला समाज कल्याण अधिकारी को पत्राचार करके विधवा को पेंशन दिलाने की पहल की थी। जिस पर जिला समाज कल्याण अधिकारी द्वारा विधवा सुचिता का पेंशन भी बना दिया गया था, और उसे पेंशन मिलना आरंभ हो गया था। शासन के निर्देशों के क्रम में पेंशन सत्यापन के कार्य के दौरान फर्जी तरीके से विधवा सुचिता को मृतक घोषित करते हुए उसका पेंशन बंद कर दिया गया। 

कहा जा रहा है कि मामले की जानकारी होते ही मंगलवार को विधवा सुचिता ने अपने जीवित होने के प्रमाण स्वरूप अपना वीडियो वायरल करते हुए जिला प्रशासन से मामले की जांच कराकर पेंशन को दोबारा चालू कराने की गुहार लगाई है। साथ ही मनमाने तरीके से पेंशन को बंद कराने वाले कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।