जिले में चोरी चुपके बिक रहे बीड़ी-पान-सिगरेट-मसाले पर भी कार्रवाई करिए साहब…!
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चंदौली जिले में कोविड-19 (कोरोना) के संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए ज्यादातर राज्यों में पान, बीड़ी, सिगरेट के साथ-साथ गुटखा व खैनी पर भी रोक है। कहा जा रहा है कि कोरोना की चपेट में आने से बचना है तो धूम्रपान से तौबा करने में ही भलाई है।
बीड़ी-सिगरेट पीने वाले अंगुलियों व होंठों के संपर्क में आकर आसानी से संक्रमण फैला सकते हैं। हालांकि कोरोना के संक्रमण से बचाव की दिशा में सरकार ने सिगरेट व अन्य तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर रोक लगा रखी है, फिर भी चोरी-चुपके इनकी बिक्री होने से इस्तेमाल कर लोग अपनी जान को जोखिम में डालने से बाज नहीं आ रहे हैं। लोगों का आरोप है कि पुलिस और प्रशासन सबकुछ जानते हुए भी मौन है।
किराना के दुकानदार चोरी चुपके उंचे व मनमाने दाम पर इसको बेंच रहे हैं और इसकी बेरोकटोक सप्लाई भी चालू है।
इसके लिए बाकायदा विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी दिशा-निर्देश जारी कर धूम्रपान से कोरोना की जद में आने के खतरे के बारे में सचेत कर चुका है। इसके बाद भी लोग अनजान बने हैं। बीड़ी-सिगरेट ही नहीं बल्कि अन्य तम्बाकू उत्पादों के साथ ही हुक्का, ई-सिगरेट भी कोरोना वायरस के संक्रमण को फैला सकते हैं। कोरोना का वायरस छींकने, खांसने और थूकने से निकलने वाली बूंदों के जरिये एक दूसरे को संक्रमित करता है। इसलिए प्रदेश में खुले में थूकने को दंडनीय अपराध कर दिया गया है।