कुत्तों के लिए अलाव व वार्ड नंबर 15 के लिए 'ठेंगा', चंदौली नगर पंचायत की माया अपरंपार
 

चंदौली नगर पंचायत के नवनिर्वाचित अध्यक्ष अपने प्रतिद्वंदियों से चुनावी रंजिश का बदला ले रहे हैं या उनकी कोई और मंशा है, यह तो वह ही बता पाएंगे, क्योंकि उन्होंने नगर पंचायत इलाके में कई जगहों पर अलाव जलाने के निर्देश दिए हैं
 

सोशल मीडिया पर तस्वीर हो रही वायरल

नगर पंचायत पर उठे सवाल

क्या संज्ञान लेंगे चेयरमैन व अधिकारी

 

चंदौली नगर पंचायत के नवनिर्वाचित अध्यक्ष अपने प्रतिद्वंदियों से चुनावी रंजिश का बदला ले रहे हैं या उनकी कोई और मंशा है, यह तो वह ही बता पाएंगे, क्योंकि उन्होंने नगर पंचायत इलाके में कई जगहों पर अलाव जलाने के निर्देश दिए हैं, जहां इंसानों के साथ-साथ कुत्ते भी उसका लाभ उठा रहे हैं। लेकिन नगर पंचायत के वार्ड नंबर 15 में इस तरह की कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है। साथ ही साथ चंदौली कोट और जयप्रकाश नगर के लोगों को इससे वंचित किया जा रहा है।

 कल गुरुवार को चंदौली कोट और जयप्रकाश नगर के लोगों ने इस मामले को सोशल मीडिया पर उठाया तब से इस पर तरह-तरह के कमेंट आ रहे हैं। जयप्रकाश नगर के एक निवासी ने कहा कि ऐसा लगता है कि नगर पंचायत और वहां के प्रतिनिधि ईमानदारी से नहीं बल्कि राजनीतिक दुश्मनी की भावना से ग्रस्त होकर अलाव जलाने की जगह का फैसला ले रहे हैं। अगर सब जगह अलाव जल रहा है तो वार्ड नंबर 15 में भी इसकी व्यवस्था की जानी चाहिए।

 वहीं इस मामले को सोशल मीडिया पर उठाने वाले चंद्र मोहन सिंह उर्फ भोंदू ने कहा कि ऐसा लगता है कि चंदौली कोट और जयप्रकाश नगर के लोगों को चेयरमैन साहब नगर पंचायत का वासी नहीं समझते हैं। इसीलिए इस तरह का भेदभाव कर रहे हैं। उन्होंने शेयर की गयी तस्वीर का हवाला देते हुए कहा कि एक ओर जहां ऐसी जगह अलाव जलाए गए हैं, जहां उसके आजू-बाजू में कुत्ते लेटे हुए हैं, लेकिन इंसानों को अलाव की सुविधा का लाभ देने में चेयरमैन साहब को कोई खास परेशानी दिखाई दे रही है।

 चंद्र मोहन सिंह ने कहा कि तत्काल इस बात का संज्ञान स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ अधिकारियों को लेना चाहिए तथा हर जगह अलाव की व्यवस्था कराई जानी चाहिए, ताकि हर किसी को इस सरकारी सुविधा का लाभ मिले। राजनीतिक प्रतिद्वंदिता चुनाव में मायने रखती है। सरकारी योजनाओं और सुविधाओं का लाभ देने में इस तरह के का भेदभाव ठीक नहीं है।