छठ पर्व पर जनसेवा का संकल्प: चंदौली में 108 एम्बुलेंस सेवा बनी श्रद्धालुओं की जीवनरेखा
आस्था के महापर्व पर आपातकालीन सेवाएँ अलर्ट मोड में
मुख्य चिकित्सा अधिकारी और जिलाधिकारी के निर्देश पर विशेष तैयारी
घाटों, तालाबों और पूजा स्थलों पर एम्बुलेंस की रणनीतिक तैनाती
चंदौली जिले में छठ महापर्व के पावन अवसर पर जब संपूर्ण जनपद चंदौली श्रद्धा, भक्ति और आस्था के रंग में रंगा हुआ है, तब GVK EMRI 108 आपातकालीन सेवा अपने दायित्व और समर्पण की भावना के साथ निरंतर जनसेवा में लगी हुई है। यह पर्व न केवल सूर्य उपासना का प्रतीक है बल्कि सामूहिक आस्था और अनुशासन का उदाहरण भी है, ऐसे में जिले के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा प्रबंधन में 108 एम्बुलेंस सेवा की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. युगल किशोर राय एवं जिलाधिकारी चन्द्र मोहन गर्ग के निर्देशानुसार, जनपद में 108 सेवाओं को छठ पर्व के दौरान विशेष सतर्कता मोड पर रखा गया है। उनके मार्गदर्शन में जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप निगम ने जनपद के सभी प्रमुख घाटों, तालाबों और पूजा स्थलों पर एम्बुलेंस की प्रभावी तैनाती सुनिश्चित की है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जा सके। प्रत्येक एम्बुलेंस दल को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने निर्धारित स्थलों पर निरंतर सक्रिय रहें और किसी भी आपात सूचना पर तुरंत प्रतिक्रिया दें।
आपातकालीन कार्यकारी श्री धीरज मौर्य के नेतृत्व में GVK EMRI टीम छठ पर्व से पूर्व दीपावली उत्सव के दौरान भी सतत सक्रिय रही। उस अवधि में रात्रिकालीन निगरानी बढ़ाई गई थी और कई आपात घटनाओं में 108 एम्बुलेंस टीमों ने तुरंत पहुँचकर पीड़ितों को राहत प्रदान की। इस समर्पण भावना ने यह सिद्ध किया कि GVK EMRI टीम केवल एक सेवा संगठन नहीं, बल्कि समाज के प्रति उत्तरदायी मानवता की मिसाल है।
छठ पर्व के दौरान भी सभी EMT (इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन) और पायलट अपने-अपने क्षेत्रों में 24 घंटे तैनात रहेंगे। उनका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी आकस्मिक स्थिति — चाहे वह भीड़ में घायल व्यक्ति हो, जलाशय में हादसा हो या किसी श्रद्धालु को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी — में “गोल्डन ऑवर” के भीतर त्वरित सहायता पहुँचे और जीवन की रक्षा की जा सके।
GVK EMRI 108 सेवा का यह समर्पण भाव दर्शाता है कि आस्था के इस पर्व में जहाँ लोग सूर्य देव की उपासना कर रहे हैं, वहीं ये कर्मयोगी मानवता की सेवा के माध्यम से जीवन की रक्षा कर रहे हैं। चंदौली जनपद में 108 की यह सजगता और तत्परता निश्चय ही समाज के लिए प्रेरणास्रोत है।