अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2023 : सकारात्मक पहल को सपोर्ट करें, पास पड़ोस की फालतू बातों न दें ध्यान
 

इसी तरह की सोच रखने वाली लक्ष्मी असिस्टेंट प्रोफेसर बन गयी हैं और चंदौली जिले का नाम रोशन किया है। वह असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर सेलेक्शन पाने के बाद होली के बाद ज्वॉइन करने जा रही हैं।
 

असिस्टेंट प्रोफेसर बनी लक्ष्मी की मां-बाप से अपील

अपने बड़े भाई के सहयोग को किया याद

खुद का हौसला और अच्छे दोस्तों ने भी की मदद 

 


चंदौली जिले के एक साधारण परिवार की रहने वाली लक्ष्मी ने अपने बड़े भाई व परिवार के सहयोग से एक अच्छा मुकाम हासिल किया है और अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के दिन देश भर की लड़कियों व महिलाओं के साथ साथ उनके परिवार को संदेश देना चाहती हैं कि वह आसपड़ोस व समाज की बातों को अनसुना करके अपनी लड़की को पढ़ाने लिखाने व आगे बढ़ाने की सोचें और लड़की की हर सकारात्मक पहल को सपोर्ट करें। लड़कियां लड़कों से आगे निकल सकती हैं।

 

इसी तरह की सोच रखने वाली लक्ष्मी असिस्टेंट प्रोफेसर बन गयी हैं और चंदौली जिले का नाम रोशन किया है। वह असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर सेलेक्शन पाने के बाद होली के बाद ज्वॉइन करने जा रही हैं। ये बातें  असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर सेलेक्ट लक्ष्मी ने चंदौली समाचार से कही।

बता दें कि चंदौली जिले के एक साधारण परिवार की रहने वाली लक्ष्मी गांव के कंतु मौर्या   व् माता हरावती मौर्या  की बेटी है। गांव में रहकर हाईस्कूल व इंटर की शिक्षा जनता इंटर कॉलेज कांटा से ग्रहण करने के बाद बीएचयू से बीए, एमए तथा पीएचडी कर रही हैं। हॉस्टल में रहकर अपनी पढ़ायी करने वाली लक्ष्मी ने कहा कि उसने कभी हौसला नहीं हारा। हमेशा घर परिवार के साथ साथ टीचर्स का सहयोग मिला। सबसे अच्छी बात यह रही कि उसके दोस्त अच्छे और सपोर्टिंग रहे।

वह असिस्टेंट प्रोफेसर पॉलिटिकल साइंस के पद पर रघुनाथ गर्ल्स पीजी कॉलेज मेरठ में ज्वाइन करने जा रही हैं। आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के दिन कहा कि लड़कियों को आगे बढ़ाने के लिए परिवार के भी किसी न किसी सदस्य का अहम रोल होता है। इसके लिए वह अपने बड़े भाई को याद करती हैं और कहती हैं कि भइया ने कदम कदम पर साथ दिया और जहां जरूरत पड़ी वह अपना सारा काम छोड़ कर सपोर्ट करने के लिए आगे आए। अगर आज वह न होते तो शायद वह  असिस्टेंट प्रोफेसर का सफर आसानी से तय न कर पातीं।