घर में घुसकर लुटेरों ने मचाया तांडव, 2 लोगों को अधमरा करके लूटे हजारों के गहने
सैयदराजा थाना इलाके के मनराजपुर में घर में घुसकर हमला और लूट
लुटेरों ने दो लोगों को पीट-पीटकर किया है घायल
लूट की जांच में पुलिस जुटी
चंदौली जिले के सैयदराजा थाना क्षेत्र के मनराजपुर गांव में शुक्रवार की रात एक सनसनीखेज घटना सामने आई, जिसने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया। आरोप है कि चोरी की नीयत से घर में घुसे कुछ लोगों ने परिजनों को बुरी तरह पीटकर हजारों रुपये मूल्य के आभूषण लूट लिए। इस हमले में दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें एक की हालत नाजुक बताई जा रही है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पीड़ितों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया और मामले की जांच शुरू कर दी है।
घटना के अनुसार, शुक्रवार रात कुछ लोग बांस की सीढ़ी के सहारे घर में दाखिल हुए। जैसे ही घर के सदस्य जागे, आरोपितों ने उन्हें पीटना शुरू कर दिया। महिला के कान और गले से सोने के आभूषण छीन लिए गए और धमकी देते हुए आरोपी फरार हो गए। इस घटना ने न केवल पीड़ित परिवार को मानसिक रूप से झकझोर दिया है, बल्कि पूरे गांव में भय का माहौल बना दिया है।
पुलिस के अनुसार, इस मामले में दोनों पक्षों के बीच पहले से ही विवाद चल रहा था और मारपीट का मुकदमा दर्ज है। सैयदराजा थाना प्रभारी ने बताया कि पीड़ितों ने आरोपियों की पहचान कर ली है और यह वही लोग हैं जिन्होंने पहले भी मारपीट की थी। तहरीर के आधार पर चोरी और जान से मारने की नीयत रखने वालों के खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
क्षेत्राधिकारी देवेंद्र कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि प्रथम दृष्टया यह मामला आपसी रंजिश का प्रतीत होता है और चोरी की नीयत स्पष्ट नहीं दिख रही है। हालांकि, तहरीर के अनुसार कार्रवाई की जा रही है। तीन लोगों को नामजद किया गया है, जिनमें से दो की गिरफ्तारी हो चुकी है। शेष आरोपियों की तलाश जारी है और उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर नियमित धाराओं में जेल भेजा जाएगा।
इस घटना ने स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पहले से चले आ रहे विवाद को गंभीरता से नहीं लिया गया, जिससे यह हमला हुआ। यदि समय रहते पुलिस ने हस्तक्षेप किया होता, तो शायद यह घटना टाली जा सकती थी।
मनराजपुर गांव में इस घटना के बाद तनाव का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि दोषियों को जल्द से जल्द सजा दी जाए और गांव में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाए। साथ ही, यह भी मांग की जा रही है कि ऐसे मामलों में पुलिस निष्पक्षता से जांच करे और पीड़ितों को न्याय दिलाने में कोई कोताही न बरती जाए।