आयुष्मान योजना में केवल 60 प्रतिशत लोगों के बने हैं कार्ड, 43 हजार लोग ले चुके योजना का लाभ
 

भारत सरकार की ओर से गरीबों का इलाज करने के लिए आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की गई है, जिससे पांच लाख रुपये तक गरीबों का इलाज चयनित अस्पतालों में किया जा सके, लेकिन चंदौली जिले में आज भी 40 प्रतिशत लोग कार्ड से वंचित हैं, क्योंकि कार्ड बनाने की प्रक्रिया में काफी लेटलतीफी की जा रही है और लोगों को सही तरीके से इसकी जानकारी नहीं दी जा रही है।
 

आयुष्मान भारत योजना में जानिए चंदौली का हाल

9 लाख 14 हजार 129 लोगों के बनने हैं कार्ड

अब तक बने 5 लाख 26 हजार 772 कार्ड

 43 हजार लोग ले चुके योजना का लाभ

 

चंदौली जिले के भारत सरकार की ओर से गरीबों का इलाज करने के लिए आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की गई है, जिससे पांच लाख रुपये तक गरीबों का इलाज चयनित अस्पतालों में किया जा सके, लेकिन चंदौली जिले में आज भी 40 प्रतिशत लोग कार्ड से वंचित हैं, क्योंकि कार्ड बनाने की प्रक्रिया में काफी लेटलतीफी की जा रही है और लोगों को सही तरीके से इसकी जानकारी नहीं दी जा रही है।

जनपद में अब तक 9 लाख 14 हजार 129 के सापेक्ष 5 लाख 26 हजार 772 कार्ड बन पाया है। इसमें जो लगभग 60 प्रतिशत आयुष्मान कार्ड 6 वर्षों में बन पाया है। आज भी 40 प्रतिशत लोग कार्ड से वंचित है इसके अभाव में उचित इलाज नहीं हो पता है। आयुष्मान भारत योजना या प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, भारत सरकार की एक स्वास्थ्य योजना है। जिसे 23 सितम्बर, 2018 को पूरे भारत में लागू किया गया था।

 2015 के बजट सत्र में वित्त मंत्री अरूण जेटली ने इस योजना की घोषणा की। इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लोगों (बीपीएल धारकों) को स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराना है, ताकि अधिक से अधिक गरीब परिवारों को इलाज का लाभ मिल सके।

इसी कड़ी में जनपद में 2 लाख 6 हजार 431 परिवारों को लाभ देना था, लेकिन इसमें अब तक मात्र एक लाख 36 हजार 483 परिवारों को ही लाभ मिल पाया है। यही नहीं कार्ड की बात करें तो 9 लाख 14 हजार 129 आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, लेकिन अब तक केवल 5 लाख 26 हजार 772 ही लोगों का आयुष्मान कार्ड बन पाया है, जो कुल जनसंख्या का लगभग  60 प्रतिशत के आसपास है।

वहीं विभागीय अधिकारियों को माने तो आयुष्मान कार्ड में लगभग 60 प्रतिशत के करीब पुरुष और 35 प्रतिशत महिलाओं के साथ पांच प्रतिशत बच्चें शामिल हैं। बाकी लोगों के भी कार्ड बनाने की प्रक्रिया जारी है।

आयुष्मान योजना के प्रभारी का दावा है कि जिले में अब तक 43 हजार लोगों को इस योजना का लाभ मिला है और लोगों ने अपना इलाज भी करवाया है।