आयुष्मान कार्ड विहीन लाभार्थी परिवारों को है खास मौका, गोल्डेन कार्ड बनवाकर उठायें लाभ 
 

 

चंदौली जिले में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के आयुष्मान कार्ड विहीन लाभार्थी परिवारों को आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराने के लिए 16 से 30 सितम्बर तक विशेष आयुष्मान पखवाड़ा चलाया जा रहा है।


इस संबंध में जिलाधिकारी संजीव सिंह ने बताया कि अपील है कि जिनके पास प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री की ओर से भेजा गया पत्र हो और उन्होंने अभी तक गोल्डन कार्ड नहीं बनवाया है वह घर के नजदीक लगे शिविर में अपना गोल्डेन कार्ड हेतु पंजीकरण करवा लें। यह पूरी तरह निःशुल्क है। 


मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीपी द्विवेदी ने कहा की जिले में आयुष्मान कार्ड विहीन उन सभी परिवारों को लक्षित करते हुए पखवाड़े का 16 से 30 सितंबर तक आयोजन किया जा रहा है। कार्ड विहीन परिवारों  को योजना के प्रति जागरूक कर शिविर तक अधिक से अधिक पात्र लाभार्थियों को लाने व आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए हरसंभव प्रयास किया जायेगा। ऐसे परिवारों को लक्षित किया जायेगा जिनमें अब तक एक भी आयुष्मान कार्ड उपलब्ध नहीं है।


 आयुष्मान भारत योजना के जिला मैनेजर अभिनव श्रीवास्तव ने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए स्वास्थ्य सम्बन्धी सेवा हेतु बेहद ही लाभकारी योजना है। सरकार द्वारा चलाई गई यह योजना समाज के गरीब परिवारों के स्वास्थ्य के लिए सुरक्षा कवच साबित हुई है। इस विशेष अभियान में 16 से 17 सितंबर तक 1100 लोगों का गोल्डेन कार्ड हेतू पंजीकरण किया गया। साथ ही जनपद में करीब 1,17,000 लाख परिवारों के गोल्डन कार्ड बनाने के लक्ष्य के तहत अब तक 74,000 परिवार का कम से कम एक गोल्डेन कार्ड बनाया जा चुका है और कुल 1,92,000 आयुष्मान भारत के लाभार्थियों का गोल्डेन कार्ड अभी तक बनाया जा चुका है। साथ ही सरकार द्वारा चिकित्सालयों को 10 करोड़ रूपए का भुगतान किया जा चुका है।

जिन व्यक्तियों को प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री द्वारा भेजा गया पत्र प्राप्त हुआ हो वह गोल्डन कार्ड बनवा लें, क्योंकि जिनके पास गोल्डन कार्ड होगा वह परिवार सरकार द्वारा चिन्हित निजी चिकित्सालयों में कैंसर व ह्रदय रोग सहित 1450 किस्म की बीमारियों का इलाज निःशुल्क करा सकते हैं। इसके साथ ही कोरोना पॉज़िटिव होने पर भी इलाज इसी कार्ड के द्वारा किया जायेगा। योजना का लाभ लेने के लिए परिवार के लोगों की संख्या या उम्र की बाध्यता नहीं है।