पात्र होने के बावजूद नहीं मिला आवास, टूटी झोपड़ी में रहने को मजबूर है भरत यादव

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चन्दौली जिले में प्रकृति की मार चाहे वह बरसात हो, बाढ़ या आंधी तूफान गरीब के लिए अक्सर काल बनकर ही आती है। दो दिन से हो रही मामूली बारिश ही क्षेत्र के रमरजाय निवासी भरत यादव को बेघर कर गयी। बताया जाता है कि भरत अपने परिवार एवं 13 वर्षीय कुपोषण की शिकार विकलांग
 

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चन्दौली जिले में प्रकृति की मार चाहे वह बरसात हो, बाढ़ या आंधी तूफान गरीब के लिए अक्सर काल बनकर ही आती है। दो दिन से हो रही मामूली बारिश ही क्षेत्र के रमरजाय निवासी भरत यादव को बेघर कर गयी।

बताया जाता है कि भरत अपने परिवार एवं 13 वर्षीय कुपोषण की शिकार विकलांग पुत्री के साथ एक मड़ई में रहता है, जो शुक्रवार को गिर अचानक गिर गयी। ग्रामीणों ने तत्काल पहुंचकर उसे उठाया लेकिन तब तक गृहस्थी का ज्यादातर समान नष्ट हो गया था।

ग्रामीणों ने बताया कि भरत गरीबी के कारण तो परेशान है ही, वहीं लड़की के विकलांग होने से मुसीबत उसे ज्यादा बढ़ गयी है। इसकी जानकारी होते ही ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि अमित यादव लाला ने गरीब के घर पहुंचकर उसे तत्काल आर्थिक मदद की। वहीं क्षेत्रीय लेखपाल से तत्काल सरकारी मदद करवाने की बात की।

जानकारी करने पर पता चला कि उसके नाम से आवास भी आया था, लेकिन उसे काट दिया गया। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से गरीब परिवार को मदद दिलवाने की मांग की है।

इस दौरान मुख्य रूप से विपिन यादव बिक्कू, पंकज सिंह बीडीसी, संतदयाल यादव, रुदल, सुरेश सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।