गोरारी गांव के लोगों की भूख हड़ताल का दूसरा दिन, बेपरवाह है जिला प्रशासन
झूठे आश्वासन से ठगे जा रहे लोग
कर रहे हैं कई दिनों से अनशन
आज है भूख हड़ताल का दूसरा दिन
लगभग 200 सालों से गोरारी गांव के 190 घरों के 1200 के लोगो द्वारा प्रयोग की जा रही गली को भूमाफियाओं द्वारा 16 जनवरी 2023 से कथित तौर पर बंद किये गली को प्रशासन द्वारा खोलने और आने जाने के मार्ग और पानी निकासी की समुचित ब्यवस्था की मांग को लेकर शरणार्थी परिवार के लोग परेशान हैं लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है।
इस दौरान मुंशी चौहान (उम्र 74), शामू चौहान (उम्र 70), कांति देवी (उम्र 85), उमरावती देवी (उम्र 65 साल) और मीरा देवी (उम्र 60 वर्ष) कल से ही भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं।शरणार्थी शिविर के चौथे चरण का 24वां दिन और भूख हड़ताल का आज दूसरा दिन है।
गोरारी संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष मणि देव चतुर्वेदी ने कहा कि बुजुर्ग पुरुष और महिलाये भूख हड़ताल पर बैठे हैं। 60 साल से कम उम्र का कोई नहीं है। शासन प्रशासन आंखे बंद किये हुए है। कल भूख हड़ताल की सूचना जिला मुख्यालय को दे दी गयी थी। पर भूख हड़ताल पर बैठने वाले लोगों की जांच के लिए कोई मेडिकल टीम 24 घण्टे बीत जाने के बाद भी नही आई है। अगर कोई घटना घटती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। प्रशासन को जनता के समस्या से कोई लेना देना नहीं है। लोग भगवान भरोसे जीने को मजबूर हैं।
अध्यक्ष ने बताया कि इस मुहिम को अखिल भारतीय किसान महासभा, भाकपा माले और सीपीएम का साथ मिला। पीड़ित मुंशी चौहान ने कहा कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होंगी, शरणार्थी शिविर में मर खप जाएंगे, लेकिन अपने घर वापस नहीं जाएंगे।
महासभा के जिलाध्यक्ष श्रवण कुशवाहा ने कहा कि गोरारी के पीड़ितों के साथ युनियन है। जल्द ही एक प्रभावी और बड़े कार्यक्रम प्रशासन को जगाने की योजना बनाई जाएगी।इस अवसर पर किसान महासभा के पंचासो कार्यकर्ता भूख हड़ताल में पहुंचे। जिसमें माले के सचिव दिलीप पासवन, राज्य कार्यकारिणी के सदस्य शशिकांत राजभर,गुलाब चंद (सीपीएम), इंकलाबी नौजवान सभा की अनिता, फुला देवी, पूनम, ओमबीर सिंह, भाई लाल चौहान, खिचडू चौहान, लालता चौहान, शशिकांत चौहान, बी के यू टिकैत के सदर अध्यक्ष कन्हैया, ब्लाक अध्यक्ष प्रभाकर मैर्या आदि आदि उपस्थित रहे।