विपक्षियों के आपसी फुट से भाजपा के प्रत्याशी को मिल रहा है वाक ओवर, जानिए क्या है सैयदराजा चुनाव का गुणा गणित

 

सैयदराजा नगर पंचायत के उप चुनाव के मतदान में केवल कुछ ही घंटे का समय बाकी रह गया है। प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत के लिए गुड़ा गणित में जुटे हुए हैं, लेकिन विपक्ष के बिखराव के कारण भाजपा के प्रत्याशी आभा जायसवाल की लड़ाई आसान दिख रही है।
 

चंदौली जनपद के सैयदराजा नगर पंचायत के उप चुनाव के मतदान में केवल कुछ ही घंटे का समय बाकी रह गया है। प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत के लिए गुड़ा गणित में जुटे हुए हैं, लेकिन विपक्ष के बिखराव के कारण भाजपा के प्रत्याशी आभा जायसवाल की लड़ाई आसान दिख रही है। जहां पीडीए गठबंधन लोक सभा में चुनाव को लेकर बना था वहीं कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी पर पीडीए गठबंधन को तोड़ने का आरोप लगाते हुए अपने प्रत्याशी को जीतने के लिए एड़ी चोटी लगा रही है।

 सैयदराजा में सपा ने प्रत्याशी नहीं खड़ा किया है लेकिन सपा दो खेमो में बटती दिख रही है और दो निर्दल प्रत्याशियों को अपना-अपना समर्थन दे रहे हैं, जिससे भाजपा की जीत अब आसान दिखने लगी है।
 

आपको बता दें कि चंदौली जनपद के सैयदराजा नगर पंचायत के निवर्तमान अध्यक्ष रीता मद्धेशिया के मौत के बाद खाली पड़ी अध्यक्ष की सीट पर उप चुनाव के लिए मतदान 17 दिसंबर को होना है। मतदान के लिए कुछ ही घंटे बाकी रह गए हैं। जीत के लिए सभी उम्मीदवार एड़ी चोटी लगाए हुए हैं। जहां भारतीय जनता पार्टी से आभा जायसवाल को जीतने के लिए सैयदराजा के भाजपा विधायक सुशील सिंह चुनावी गुणा गणित में माहिर है वह जीत के लिए विशात बिछाना प्रारंभ कर दिए हैं। वहीं समाजवादी पार्टी ने प्रत्याशी घोषित नहीं किया है, लेकिन इशरत परवीन को समर्थन किया है, इशरत परवीन के प्रचार के लिए चंदौली के सपा सांसद वीरेंद्र सिंह व सकलडीहा विधानसभा के सपा विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव ने भी चुनाव प्रचार जमकर किया है। लेकिन सूत्रों की माने तो सपा का स्थानिक खेमा दूसरे निर्धन प्रत्याशी विजय लक्ष्मी को समर्थन कर रहा है, जिससे भाजपा के प्रत्याशी को वाकओवर मिलता दिख रहा है। 

यही नहीं कांग्रेस ने भी अपना प्रत्याशी उप चुनाव में खड़ा किया है और कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि समाजवादी पार्टी ने गठबंधन धर्म का निर्वाह नहीं किया है। प्रदेश में हो रहे चार जगह उपचुनाव में हम लोगों ने तीन जगह समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को समर्थन किया है, जबकि चंदौली से कांग्रेस की तरफ से शहनाज बेगम को प्रत्याशी बनाया गया है, लेकिन समाजवादी पार्टी जहां पीडीए के गठबंधन प्रत्याशी का समर्थन नहीं कर रही है। जबकि अपना प्रत्याशी भी खड़ा नहीं किया है। वह निर्दल प्रत्याशी का समर्थन कर रही है। अब आने वाले परिणाम ही बताएंगे कि 2027 के विधानसभा के चुनाव में भी गठबंधन का धर्म आगे चलता है या फिर इसी तरह खींचतान में बीजेपी पुनः सत्ता में काबिज हो जाएगी।