पढ़ेंगी बेटियां-बढ़ेंगी बेटियां : चंद्रशेखर यादव व बबीता यादव की एक मुहिम
चंदौली जिले में सपा नेता चंद्रशेखर यादव व जिला पंचायत सदस्य बबिता यादव द्वारा एक मुहिम चलायी जा रही है, जिसमें पढ़ेंगी बेटियां - बढ़ेंगी बेटियां का नारा देकर लड़िकयों का कॉलेजों में दाखिला शुरू हो चुका है। इस अबियान का उद्देश्य है कि कोई भी बेटी पढ़ने से वंचित न रहे। आप हमें सूचित करें और हम बेटी को कालेज में दाखिला करवाएंगे।
चन्द्रशेखर यादव और जिला पंचायत सदस्य बबीता यादव ने कहा कि जब लड़कियां पढ़ेंगी तभी आगे बढ़ेंगी। सब को सम्मान एक दर्जा दिया जाएगा । हम किसी में भेदभाव नहीं करेंगे। लड़कियों को पूरी शिक्षा दिलाएंगे। हमारी यही सोच है कि लड़की पढ़ कर आईएएस अधिकारी बनकर नाम रोशन करें अपने माता पिता जी का निम्न बेटियाँ संपर्क कर सकती हैं....
1. मजदूरों की बेटियां
2. अनाथ बेटियां
3. रिक्शा /ट्राली चालक की बेटियां
4. सब्जी फुटपाथ विक्रेता की बेटियां ।
जिला पंचायत चंद शेखर यादव पत्नी बबीता यादव गांव गांव में कैंप लगाकर गरीब लोगों को जागरूक किया । शिक्षा बहुत जरूरी है वही गांव वाले लोगों को समझाया गया की बेटियां पढ़ लिखकर अगर कोई आईपीएस अधिकारी बन जाती है तो आपका ही नाम रोशन करेंगी । लड़कियों को पढ़ाने के लिए हमेशा तत्पर हम खड़े रहेंगे। जो भी सहयोग होगा हम पूरा सहयोग करेंगे । बेटियां पढ़ लिख कर नाम रोशन करेंगी ।
सपा नेता चंद्रशेखर यादव व जिला पंचायत सदस्य बबिता यादव के द्वारा हर गांव में बैनर लगवाया जा रहा है। गरीब मजबूर जिसका कोई सहारा न हो तो उसका सहारा वह खुद बनेंगे। हर बैनर पर मोबाइल नंबर दिया गया है कि इस पर फोन करके कोई भी जरूरतमंद संपर्क कर सकता है। गरीब, मजबूर, असहाय का सहयोग के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे।
सपा नेता चंद्रशेखर यादव व जिला पंचायत सदस्य बबिता यादव ने कहा कि अभी तक मोबाइल द्वारा कई गांवों से फोन आया है। इसके बाद दुल्हीपुर, पांडेपुर, प्रेमा गांव के लोगों से चंद्रशेखर यादव ने फोन से वार्ता कर कहा कि आप की बेटियों की जो भी इच्छा होगी वह करने का मौका देने की कोशिश होगी। बच्चियों के पढ़ने के लिए हम पूरा सहयोग करेंगे। अगर आप की बेटियां आईएएस, डॉक्टर, इंजीनियर बनना चाहती हैं तो हम बिल्कुल बनाएंगे।
मोबाइल नंबर पर संपर्क करें- 9794590003, 9794590004।
कैंम्प कार्यालय- आलू मिल, चौराहा अलीनगर, मुगलसराय।
बबीता यादव ने कहा कि बेटियों का दर्द हमसे ज्यादा कोई नहीं जान सकता है, क्योंकि वह खुद भी उसी चीज से गुजरी हैं। इसलिए बेटियों का हमेशा सहयोग करूंगी। बेटियों के पढ़ाई के लिए जो कुछ बन पड़ेगा करती रहूंगी।