राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में करियर मेला, करियर काउंसिलिंग के जरिए दी गई टिप्स    

सैयदराजा स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में इंटर की छात्राओं सहित सभी को करियर मेला के माध्यम से अपने को आत्मनिर्भर बनाने के बारे में बताया गया।
 

कॉलेज की प्रिंसिपल ने करियर मेले का किया शुभारंभ

बालिकाओं को अपने हुनर के क्षेत्र में करियर बनाने की सलाह

करियर बनाने के लिए दी गयी अलग अलग तरह की टिप्स

चंदौली जिले के सैयदराजा स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में इंटर की छात्राओं सहित सभी को करियर मेला के माध्यम से अपने को आत्मनिर्भर बनाने के बारे में बताया गया। वहीं छात्राओं द्वारा तरह-तरह के उत्पादन से अपने हुनर को दिखाने का कार्य किया गया ।


बता दें कि राजकीय बालिका इंटर कॉलेज सैयदराजा चंदौली में प्रधानाचार्या डॉक्टर प्रतिभा गोस्वामी के निर्देशन में 'करियर मेला' का आयोजन किया गया ।जिसमें छात्राओं, शिक्षिकाओं एवं अभिभावकों ने भाग लिया और चर्चा -परिचर्चा की। प्रधानाचार्य ने बताया कि अपनी क्षमता एवं रुचि के अनुसार ऐसे बहुत सारे क्षेत्र हैं जहां रोजगार कर बच्चे आत्मनिर्भर बन सकते हैं। कोई कार्य बड़ा या छोटा नहीं होता।नौकरी के अतिरिक्त आर्थिक रूप से कमजोर अभिभावक एवं बच्चे फूल, तुलसी, दूर्वा की खेती कर, माला बनाकर, पाक कला से संबंधित खाद्य पदार्थ बनाकर, ऑनलाइन तरीके से बेचकर  आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकते हैं। 


उन्होंने बताया कि आज के समय में आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होना महिलाओं के लिए बहुत आवश्यक है। इसके लिए उन्होंने छात्राओं को शुभकामनाएं भी दीं। सभी शिक्षिकाओं ने पारंपरिक विषय से हटकर अन्य क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों पर अपनी राय दी। जीव विज्ञान की प्रवक्ता पद्मश्री ने बताया कि केवल डॉक्टरी, इंजीनियरिंग में ही कैरियर नहीं है, बल्कि कृषि में भी वैज्ञानिक तरीके से खेती कर लोग आर्थिक रूप से मजबूत बन सकते हैं। 


नागरिक शास्त्र की शिक्षिका कामिनी गुप्ता ने बताया कि नागरिक शास्त्र में बच्चे प्रशासनिक सेवा, राजनीतिक विश्लेषण,पत्रकारिता इत्यादि में रोजगार ढूंढ सकते हैं। संस्कृत की शिक्षिका डॉ भाग्यवानी तिवारी ने बताया कि बच्चे संस्कृत लेकर  वास्तु शास्त्र, आयुर्वेद चिकित्सा ,योग अध्यापक, समाचार संवाददाता एवं प्रशासनिक क्षेत्र में रोजगार प्राप्त कर सकते हैं। गृह विज्ञान की शिक्षिका सुधा जायसवाल ने बताया कि गृहविज्ञान में भी रोजगार की अपार संभावनाएं हैं जैसे इंटीरियर डिजाइनिंग, डाइटिशियन, फूड एंड न्यूट्रिशन, फैशन डिजाइनिंग इत्यादि। 

हिंदी की शिक्षिका कुसुमलता ने विभा वर्मा, डॉक्टर आरती मिश्रा ने भी रोजगार के अवसर पर अपनी राय व्यक्त की। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर सुभद्रा कुमारी के द्वारा किया गया। साथ ही इस दौरान कमल कुमुदिनी, चंपा, चमेली, सूर्यमुखी ग्रुप की छात्राओं ने वनस्पतियों का विद्यालय में रोपण किया गया। आयुर्वेदिक औषधियों के अंतर्गत अश्वगंधा ब्राह्मी एलोवेरा गिलोय इत्यादि जड़ी बूटियों का क्यारीयों में रोपण किया गया। मसाले में तेज पत्ता,अदरक, मिर् ,इत्यादि पौधों का भी रोपण किया गया।